डाॅ.बी आर अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर परिचर्चा का आयोजन
डाॅ.बी आर अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर परिचर्चा का आयोजन

जे टी न्यूज़, समस्तीपुर : बलिराम भगत महाविद्यालय के सेमिनार हॉल में डाॅ भीमराव अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस के अवसर पर “अंबेडकर के सपनों का भारत: एक परिचर्चा” विषय पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए डॉ भीमराव अंबेडकर के तस्वीर पर प्रधानाचार्य डाॅ जगदीश प्रसाद वैशयंत्री के द्वारा माल्यार्पण किया गया। साथ ही सभी शिक्षक शिक्षक गर्मी एवीएन छात्र छात्राओं के द्वारा उनकी तस्वीर पर पुष्पनजली अर्पित किया गया आईएस अवसर पर कार्यक्रम के अध्यक्षता करते प्रधानाचार्य, प्रो राजेश रंजन, डॉ स्वीटी कुमारी, डॉ उल्लास टी, डॉ आर. के. मौर्य ,डॉ मोहम्म तैय्यब मंचासीन रहे। अध्यक्ष अभिभाषण में प्रधानाचार्य ने कहां की बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर एक ऐसे भारत का निर्माण करना चाहते थे जो सामाजिक न्याय, आर्थिक समानता, पंथ निरपेक्ष, शिक्षा पर आधारित वैज्ञानिक समाज हो, जहां बिना किसी भेदभाव के सभी जाति, धर्म, भाषा एवं लिंग के लोग मिलकर श्रेष्ठ एवं विकसित राष्ट्र का निर्माण करें।
मंच संचालन करते हुए प्रो शबनम कुमारी राजनीति विज्ञान विभाग ने कहा कि बाबा साहब एक महान समाज सुधारक, महान शिक्षाविद, अर्थशास्त्री, कानून के ज्ञाता होने के साथ-साथ नौ भाषाओं के जनकार, 32 विषयों में डिग्री प्राप्तकर्ता, भारत के पहले उच्चतम डिग्री प्राप्तकर्ता, विश्व के सबसे महान एवं व्यापक लिखित संविधान के निर्माता के रूप में जाने जाते है। उन्होंने यह भी कहा कि बाबा साहब अपना संपूर्ण जीवन समाज एवं देश की उन्नति में लगा दिए । वह भारत के पहले कानून मंत्री भी थे जिन्होंने हिंदू कोड बिल का प्रस्ताव लाया। भारत में जिस भारतीय रिजर्व बैंक की स्थापना की गई उसकी अवधारणा भी डॉ भीमराव अंबेडकर ने ही प्रस्तुत की थी। शिक्षकेत्तर कर्मी अखिलेश कुमार भी इस अवसर पर उनके योगदान को याद किया और उन्हें भावविहीन श्रद्धांजलि प्रेषित किए। इस अवसर पर महाविद्यालय के छात्र सहगल के द्वारा बाबा साहब पर लिखी एक गीत प्रस्तुत कर उन्हें श्रद्धांजलि दिया गया। छात्र आयुष्मान ने उनकी याद में एक कविता प्रस्तुत किया।

लक्ष्मीकुमारी ने मैथिली में और सुप्रिया कुमारी एवं सहगल ने हिंदी में देशभक्ति गीत गाकर उन्हें श्रद्धांजलि दिया एवं देश के प्रति उनके योगदान को यादगार बनाया। धन्यवाद ज्ञापन प्रो सिंपल कुमारी अर्थशास्त्र विभाग ने किया। साथ ही बाबा साहब को याद करते हुए एक समतामूलक समाज की स्थापना में उनकी महानतम देन भारतीय संविधान एवं भारतीय कानून संहिता की भूमिका पर अपना वक्तव्य प्रस्तुत किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में अनमोल, नवीन, जाह्नवी, रोशनी, सिमरन, कौशल, पूजा, सीमा ,रोशन ,रिचा आदि छात्र-छात्राओं ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। कार्यक्रम में सभी विभाग के शिक्षक, शिक्षकेत्तर कर्मी एवं छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।


