“छात्रों को रोजगार के लिए प्रशिक्षित होना ही होगा, डिग्री अब कौशल के साथ ही सार्थक है
“छात्रों को रोजगार के लिए प्रशिक्षित होना ही होगा, डिग्री अब कौशल के साथ ही सार्थक है

जे टी न्यूज़, मुंगेर : नई शिक्षा नीति अब सचमुच कॉलेजों के दरवाज़े से होकर रोज़गार की राह पर निकल चुकी है। इसी कड़ी में मुंगेर विश्वविद्यालय ने छात्रों के भविष्य को ‘डिग्री + स्किल’ के नए फॉर्मूले से जोड़ते हुए यू.जी. सेमेस्टर–5 में अनिवार्य 4 क्रेडिट की ऑफलाइन इंटर्नशिप लागू कर दी है।
इस अहम निर्णय पर चर्चा कुलपति प्रो. संजय कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को आयोजित ऑनलाइन बैठक में हुई, जिसमें विश्वविद्यालय अंतर्गत सभी प्राचार्य, प्रभारी प्राचार्य और विभागाध्यक्षों ने भाग लिया।
अब कॉलेज के बाहर भी सीखना अनिवार्य
बैठक में कुलपति ने स्पष्ट कहा—“छात्रों को रोजगार के लिए प्रशिक्षित होना ही होगा, डिग्री अब कौशल के साथ ही सार्थक है।”
इंटर्नशिप में छात्रों को राजभवन के आदेशानुसार 40 घंटे पंजीकृत कंपनियों/संस्थानों में प्रशिक्षण लेना होगा। यह कार्यक्रम पूर्णत: ऑफलाइन रहेगा।
जीओ–टैग फोटो से होगी उपस्थिति, कोई फर्जीवाड़ा नहीं
प्रशिक्षण के दौरान छात्रों को प्रतिदिन आगमन एवं प्रस्थान की जीओ–टैग फोटो भेजनी होगी। इससे उपस्थिति फर्जी नहीं हो सकेगी,पारदर्शिता रहेगी,
प्रशिक्षण की वास्तविक रिपोर्ट सुनिश्चित होगी
एजेंसी देगी ब्लूप्रिंट, आज होगा PPT मार्गदर्शन
कुलपति ने घोषणा की कि बुधवार को एक अधिकृत एजेंसी द्वारा इंटर्नशिप संचालन की पूर्ण गाइडलाइन PPT के माध्यम से दी जाएगी। एजेंसी सभी कॉलेजों से सुझाव भी लेगी ताकि मॉडल पूरे विश्वविद्यालय में बेहतर रूप से लागू हो सके।
बैठक में जोरदार सुझाव, कुलसचिव ने संभाली कमान
बैठक में मुंगेर विश्वविद्यालय के लगभग सभी पदाधिकारियों एवं विभागाध्यक्षों ने महत्वपूर्ण सुझाव दिए। संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन कुलसचिव डॉ. घनश्याम राय ने किया।
बड़ी बात:अब ‘कौशल के साथ पढ़ाई’
मुंगेर विश्वविद्यालय का यह फैसला उच्च शिक्षा को रोजगार से जोड़ता है। अब छात्र किताब, क्लास और परीक्षा के दायरे से निकलकर ट्रेनिंग, अनुभव और आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ाएंगे।डिग्री + स्किल = करियर

