पाकुड़:वट सावित्री पूजन को दिखी सुहागिनों की भीड़, किया वट वृक्ष की पूजा
जेटी न्यूज़
निर्मल कुमार साह
पाकुड :पाकुड़ जिला के पाकुड़िया प्रखंड के ग्राम कालीपुर में गुरुवार की सुबह से ही अखंड सुहाग के लिए महिलाओं ने जगह-जगह वट सावित्री पूजा की। कालीपुर में महिलाएं समूह में निकलीं और और विधि विधान से बरगद के पेड़ पर पूजा कर प्रसाद चढ़ाया। पुजारियों को दान दक्षिणा भी दिया। व्रती महिलाओं ने 5 से 7 बार बरगद की परिक्रमा की। महिलाओं की मन में मान्यता है कि सावित्री ने वट वृक्ष के नीचे ही अपने मृत पति सत्यवान को यमराज से वापस लिया था। पूजा से पहले महिलाओं ने सुबह स्नान के बाद शृंगार किया

कालीपुर में वट सावित्री का पूजा करती हुए महिलाएं
पाकुड़ के पाकुड़िया, आमड़ापाड़ा सहित सभी मुहल्लों में महिलाएं 16 शृंगार कर, हाथ में पूजा की थाली व जल लेकर प्रसाद के रूप में थाली में गुड़, भींगे हुए चने, आटे की बनी मिठाई, कुमकुम, रोली, पांच प्रकार के फल, पान का पत्ता, धूप, दीप और बांस का पंखा लेकर नजदीकी वट वृक्ष के पास पहुंचीं और पूजा अर्चना की। वट वृक्ष को पूजने के लिए महिलाओं ने अपनी मान्यता के अनुसार 5, 7, 11, बार वट वृक्ष की परिक्रमा कर उसमें सूत बांधा। महिलाओं ने शृंगार और आशीर्वाद के रूप में वट वृक्ष के पत्ते को अपनी चोटी में सजायी। महिलाओं ने एक-दूसरे को सिंदूर लगायी।
सावित्री ने यमराज से हठ कर वट वृक्ष के नीचे ही अपने पति की जान बचाई थी। घर आकर महिलाओं ने पति के पैर पघारे, शर्बत-पानी दिया और बेनी (बांस से बने पंखे) झेले। महिलाओं ने गुरुवार को पूरे दिन उपवास रहकर व्रत रखा।

