विधि महाविद्यालय में “मौलिक कर्तव्य” विषय पर छात्र-शिक्षक में हुई परिचर्चा
विधि महाविद्यालय में “मौलिक कर्तव्य” विषय पर छात्र-शिक्षक में हुई परिचर्चा
समस्तीपुर ::-विधि महाविद्यालय समस्तीपुर के राष्ट्रीय सेवा योजना ईकाई द्वारा मौलिक कर्तव्य विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया | इस कार्यशाला के कार्यकारी अध्यक्ष श्री जामुन दास ने बताया की आज के समय में लोग सरकार से अपने अधिकार की तो मांग करते हैं परंतु वे अपना कर्तव्य करना भूल. जाते हैं , जबकि अधिकार और कर्तव्य दोनों ही एक दूसरे के पूरक हैं |
महाविद्यालय में NSS के द्वारा यह कार्यक्रम करवाने का मुख्य उद्देश्य है की यहाँ के छात्रों को संविधान के मौलिक कर्तव्यों से अवगत कराना ताकि वे अपने जीवन में इसे लायें और अपने समाज और देश को बदलने तथा आगे बढ़ाने में अपना योगदान दें |
वहीं मौके पर कार्यक्रम के संचालक श्री अजय कुमार झा ने भी छात्रों को संबोधित करते हुए उन्हें संविधान के मौलिक कर्तव्यों को बताया और सभी को उसका पालन करने को कहा | उनहोंने बताया की कर्तव्य के बिना अधिकार की अपेक्षा करना हमसभी के लिये उचित नहीं होगा | हमसभी को अपने-अपने कर्तव्यों को समझना होगा और उस पर अमल करना होगा तभी हम एक बेहतर समाज और देश की कल्पना कर सकते हैं |
सरदार स्वर्ण सिंह समिति की सिफारिश पर इंदिरा गांधी के कार्यकाल में सन् 1976 को संविधान में 42वाँ संशोधन के दौरान 10 मौलिक कर्तव्यों को जोड़ा गया था और फिर बाद में आवश्यकतानुसार 2002 में संविधान में 86वाँ संशोधन कर 11वाँ मौलिक कर्तव्य को जोड़ा गया |
वहीं विधि महाविद्यालय के छात्र छात्राओं में सौरव, धर्मेन्द्र , विकाश , शारदा तथा निलाशा ने भी अपने-अपने विचार रखे | कार्यक्रम में महाविद्यालय के शिक्षक , कर्मचारी और LL.B. के कई छात्र तथा छात्रायें उपस्थित रहे |