मजदूर और किसान संगठनों के द्रारा काला पट्टी लगाकर जताया विरोध केन्द्र सरकार के मजदूर किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ प्रधानमंत्री का पुतला दहन किया:- संयुक्त मोर्चा
मजदूर और किसान संगठनों के द्रारा काला पट्टी लगाकर जताया विरोध
केन्द्र सरकार के मजदूर किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ प्रधानमंत्री का पुतला दहन किया:- संयुक्त मोर्चा

जे टी न्युज, सहरसा : केन्द्रीय ट्रेड यूनियन और संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय व्यापी आवाहन पर वीर कुंवर सिंह चौक सहरसा से किसान मजदूर का एक कथा काला बिल्ला लगाकर प्रधानमंत्री का पुतला के साथ अपनी मांगों के समर्थन में गगन चुंगी देते जिला समाहरणालय गेट पर पहुंच कर जहां केंद्र सरकार का पुतला दहन के उपरांत एक नुक्कड़ सभा प्रभुलाल दास की अध्यक्षता में हुई नुक्कड़ सभा को संबोधित करते किसान सभा के महासचिव विनोद कुमार ने केन्द्र सरकार की जमकर आलोचना किया उन्होंने कहा आज लखीमपुर खीरी की घटना को 1 वर्ष हो गया। किसान एवं पत्रकारों को सरकार के मंत्री के बेटे द्वारा गाड़ी से हत्या कर दिया गया परन्तु आज तक ना तो अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त किया गया न कोई कार्रवाई किया गया जो किसानों के साथ सरकार ने वादा उसे पूरा नहीं किया मजदूरों के अधिकार को छीना जा रहें हैं 4 श्रम कानून को लाकर केन्द्र की सरकार मजदूरों के साथ अन्याय कर रहे हैं इसलिए आज राष्ट्रीय व्यापी काला दिवस और प्रधानमंत्री का पुतला दहन किया गया। आज की इस आन्दोलन में 13 सुत्री मांगों को लेकर प्रधानमंत्री का पुतला दहन में सीटू , बिहार राज्य किसान सभा जिला काउंसिल , एटक , ऐक्टू , बिहार राज्य किसान सभा जिला परिषद, बिहार राज्य किसान महासभा, के नेता और कार्यकर्ता केन्द्र सरकार के खिलाफ गगन चुंगी नारे लगा रहे थें लखीमपुर खीरी के शहिद किसान के परिवार को न्याय दिलाने, भाजपा मंत्री अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त करने, अजय मिश्रा की सीघ्र गिरफ्तारी सुनिश्चित करने किया जाए, अपनी मांगों के लिए किसान मजदूरों, कार्यकर्ताओं पर से दर्ज किए गए मुकदमे वापस लिया जाए, चार श्रम संहिताओं को रद्द किया जाए, न्यूनतम वेतन प्रतिमा 26 हजार किया जाए, सभी फसलों पर c2 प्लस 50% न्यूनतम समर्थन मूल्य सुनिश्चित किया जाए, किसान संगठनों से किए गए समझौते को लागू किया जाए, सभी के लिए सामाजिक सुरक्षा और प्रतिमा 10 हजार रूपया पेंशन सुनिश्चित किया जाए, सार्वजनिक क्षेत्र के उधमां और सेवाओं का निजीकरण बंद हो, बिजली संशोधन बिल 2022 को रद्द किया जाए,

किसानों का सभी तरह का कर्ज़ माफ किया जाए, 600 रुपए दिहाड़ी दर से मनरेगा में दो दिनों का रोजगार सुनिश्चित किया जाए, किसान सभा के प्रांतीय संयुक्त सचिव रणधीर यादव, जिला अध्यक्ष कृष्ण दयाल यादव, नौजवान सभा जिला सचिव कुलानन्द यादव, सीटू नेता दुखी शर्मा, नसीम उद्दीन , मनोज शर्मा, मोहम्मद जब्बार, मोहम्मद आलम, मोहम्मद सलाम, दिलीप कुमार शर्मा, किसान सभा संयुक्त सचिव डॉ रामरेख यादव व्यास प्रसाद यादव,प्रदीप साह,डोमी पासवान, सीपीआई के जिला सचिव प्रमानंद ठाकुर, एटक नेता प्रभुलाल दास, शंकर कुमार, अजीत सिंह,भवेश यादव, उमेश चौधरी, ऐक्टू के मुकेश कुमार, कुन्दन यादव,वकिल यादव, आदि मौजूद थें।


