• 14 से 31 तक चलेगा मिशन परिवार विकास अभियान• सास-बहू सम्मेलन का होगा आयोजन

मिशन परिवार विकास अभियान की हुई शुरूआत, निकाली गयी जागरूकता रैली
• सिविल सर्जन ने हरी झंडी दिखाकर किया रैली को रवाना
• 14 से 31 तक चलेगा मिशन परिवार विकास अभियान
• सास-बहू सम्मेलन का होगा आयोजन

छपरा/ 14 जनवरी 2020 : जिले में मिशन परिवार विकास अभियान की शुरुआत की गयी। इसको लेकर सदर अस्पताल परिसर से एएनएम स्कूल के छात्राओं द्वारा जागरूकता रैली निकाली गयी।

रैली को सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान छात्राओं ने परिवार नियोजन को लेकर हम दो हमारे दो, बच्चे दो हीं अच्छे, छोटा परिवार सुखी परिवार जैसे नारे लगाये।

रैली के माध्यम से लोगों को परिवार नियोजन के बारे में जागरूक किया गया। रैली सदर अस्पताल से निकलकर डाकबंगला रोड, डीएम आवास रोड, शिशु पार्क राजेंद्र स्टेडियम होते हुए पुन: अस्पताल में पहुंचकर समाप्त हो गया।

इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा ने कहा जिले में मिशन परिवार विकास अभियान शुरूआत की गयी है, जो 31 जनवरी तक चलेगा। यह अभियान दो चरणों में पूर्ण होगा।

अभियान के तहत 14 से 20 जनवरी तक दंपति संपर्क सप्ताह मनाया जाएगा। इस दौरान आशा घर-घर जाकर योग्य दंपतियों से मिलेंगी एवं उन्हें परिवार नियोजन के साधनों के विषय में जानकारी देंगी. अभियान के दौरान वर्ष 2019 में जनवरी से दिसम्बर माह तक के परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत वार्षिक पुरस्कार समारोह का आयोजन होगा।

इसमें बेहतर प्रदर्शन करने वाले स्वास्थ्य संस्थान, सेवा प्रदाताओं एवं उत्प्रेरकों को पुरस्कृत किया जाएगा।
21 से 31 जनवरी तक परिवार नियोजन सेवा सप्ताह:

21 से 31 जनवरी तक परिवार नियोजन सेवा सप्ताह का आयोजन किया जाएगा।

दंपति संपर्क पखवाड़े के दौरान आमजन में जागरूकता लाने के लिए सही उम्र में शादी, शादी के बाद कम से कम 2 साल के बाद पहला बच्चा, दो बच्चों में कम से कम 3 साल का अंतराल एवं प्रसव के बाद या गर्भपात के बाद परिवार नियोजन के स्थायी एवं अस्थायी साधनों पर ज़ोर दिया जाएगा। वहीँ परिवार नियोजन सेवा सप्ताह के दौरान प्रथम रेफ़रल इकाइयों में नसबंदी शिविर का आयोजन किया जाएगा।

प्रसव के बाद महिला नसबंदी एवं कॉपर- टी पर विशेष ध्यान:

संस्थागत प्रसव के बाद लगभग 60% एवं सुरक्षित गर्भपात के बाद लगभग 90% दम्पतियों में परिवार नियोजन के लिए मांग है। इसे ध्यान में रखते हुए प्रसव के बाद महिला नसबंदी एवं कॉपर- टी संस्थापन पर अभियान के दौरान विशेष बल दिया जाएगा। इसके लिए प्रसव कक्ष में परिवार कल्याण परामर्शी, एएनएम, स्टाफ़ नर्स के माध्यम से प्रसव एवं गर्भपात के लिए आए हुए इच्छुक महिलाओं को उत्प्रेरित करते हुए सुविधा प्रदान करायी जाएगी।

क्या है मिशन परिवार विकास अभियान:

केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा कुल प्रजनन दर(प्रति महिला बच्चों की कुल संख्या) में कमी, आधुनिक गर्भनिरोधों के उपयोग को बढ़ाने, गर्भनिरोधक साधनों की सामुदायिक स्तर पर पहुँच सुनिश्चित करने एवं परिवार नियोजन के प्रति जन-जागरुकता को बढ़ाने के लिए उच्च कुल प्रजनन दर की सूची में शामिल बिहार में मिशन परिवार विकास की शुरुआत की गयी है। सैंपल रजिस्ट्रेशन सर्वे की रिपोर्ट के अनुसार अभी बिहार की कुल प्रजनन दर 3.2 है। मिशन विकास परिवार के तहत वर्ष 2025 तक बिहार के प्रजनन दर को 2.1 तक लाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिसमें नवीन गर्भनिरोधक साधन अंतरा एवं छाया, सारथी वैन से परिवार नियोजन पर जागरूकता, नवदंपति के लिए नयी पहेली किट एवं सामुदायिक जागरूकता के लिए सास-बहू सम्मेलन जैसी नवीन गतिविधियों को शामिल किया गया है।
इस मौके पर डीएस डॉ. रामइकबाल प्रसाद, डीपीएम अरविन्द कुमार, डीसीएम ब्रजेंद्र कुमार सिंह, डीपीसी रमेश चंद्र कुमार, डीएमएनई भानू शर्मा, डॉ. रविशंकर प्रसाद, डॉ. अमरेंद्र कुमार सिंह, डॉ. एचडी सिंह, हेल्थ मैनेजर राजेश्वर प्रसाद, यूनिसेफ के एसएमसी आरती त्रिपाठी, केयर इंडिया के परिवार नियोजन समन्वयक प्रेमा कुमारी, बीएम अमितेश कुमार, बंटी कुमार रजक, गौरव कुमार, प्रिसं कुमार समेत अन्य मौजूद थे।

Related Articles

Back to top button