हाथियों के आतंक के खिलाफ संसद मार्च प्रधानमंत्री को सौंपा ज्ञापन
हाथियों के आतंक के खिलाफ संसद मार्च प्रधानमंत्री को सौंपा ज्ञापन

जे टी न्यूज, दिल्ली: अखिल भारतीय किसान सभा एवं अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन के तत्वावधान में जंगली हाथियों सहित अन्य जानवरों के आतंक के खिलाफ संसद मार्च किया गया। हाथियों के आतंक से किसानों को निजात दिलाना होगा, हाथियों द्वारा मृत किसानों को एक करोड़ रुपए, घायलों को 50 लाख रुपए तथा प्रति एकड़ 50 हजार रुपए मुआवजा देना होगा, हाथियों के आतंक का स्थायी समाधान निकालना होगा आदि नारे लग रहे थे। संसद मार्च का नेतृत्व अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय महासचिव बिजू कृष्णन, राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक ढावले, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष कृष्ण प्रसाद, संयुक्त सचिव अवधेश कुमार, उपाध्यक्ष हन्नान मौला, झारखंड राज्य किसान सभा के राज्य अध्यक्ष सुफल महतो , सांसद सचिदानंद, सांसद शिवदासन आदि कर रहे थे। सभा पूर्व माकपा राष्ट्रीय महासचिव सीताराम येचुरी एवं पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य के निधन पर दो मिनट मौन रख कर श्रद्धांजलि दिया गया।

सभा की अध्यक्षता राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक ढावले एवं संचालन राष्ट्रीय महासचिव बिजू कृष्णन कर रहे हैं। अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय महासचिव बिजू कृष्णन ने देश भर में हाथियों सहित अन्य जानवरों के आतंक की पृष्ठभूमि में संसद मार्च के महत्व पर विस्तृत रूप में रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए कहा झारखंड में 500 से ज्यादा,केरल ज में 400 से ज्यादा, तमिलनाडु में 400 से ज्यादे कुल देश भर में 3 हजार से ज्यादे किसानों का जान हाथियों द्वारा लिया जा चुका है, राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक ढावले ने संबोधित करते हुए कहा हाथियों एवं अन्य जानवरों से किसानों को बचाने की जिम्मेदारी मोदी सरकार की है। झारखंड राज्य किसान सभा के राज्य अध्यक्ष सुफल महतो ने संबोधित करते हुए कहा झारखंड देश भर में हाथियों का सबसे ज्यादा आतंक वाला राज्य बन गया है,500 ज्यादे किसानों का हाथियों द्वारा हत्या किया जा चुका है, हाथियों के आतंक से झारखंड के किसान भयभीत हैं, व्यापक पैमाने में किसानों के फसलों को नुक़सान किया जा रहा है,फसल छति पर 20 रूप प्रति डिसमिल मुआवजा यथा मृत किसानों को प्रति 4 लाख रुपए मुआवजा दिया जाता है।मृत किसानों के परिजनों को 1 करोड़ रुपए मुआवजा, घायलों को 50 लाख रुपए तथा फसल छति पर 50 हजार रुपए मुआवजा देना होगा। खेत-मजदूर यूनियन के महासचिव डी बैकट, ने आर पार का संघर्ष का आव्हान किया। अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति के राष्ट्रीय महासचिव मरियम ढावले, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हन्नान मौला, कुलदीप नैयर, बलजीत सिंह आदि ने संबोधित करते हुए कहा किसानों की इस तरह मौत बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
तत्पश्चात प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम 10 सूत्री मांग पत्र का ज्ञापन सौंपा गयाl

मांग पत्र में हाथियों सहित अन्य जानवरों के आतंक से मौत किसानों को 1 करोड़ रुपए मुआवजा, गंभीर रूप में धायलो को 50 लाख रुपए मुआवजा,फसल छति में प्रति एकड़ 50 हजार रुपए मुआवजा सहित अन्य मांगे शामिल थे।

