राष्ट्रीय एकीकरण दिवस पर के पी कॉलेज मुरलीगंज में संगोष्ठी आयोजित
राष्ट्रीय एकीकरण दिवस पर के पी कॉलेज मुरलीगंज में संगोष्ठी आयोजित

जे टी न्यूज़, मुरलीगंज: के पी कॉलेज मुरलीगंज में एनएसएस के तत्वावधान में राष्ट्रीय एकीकरण दिवस पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डा. जवाहर पासवान ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की और भारतीय एकता और अखंडता के महत्व पर विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में एनएसएस कार्यक्रम पदाधिकारी डा. चंद्रशेखर आजाद, कॉलेज के वरीय प्राध्यापक महेंद्र मंडल सहित अन्य शिक्षक, शिक्षकेतर कर्मी और छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। संगोष्ठी को संबोधित करते हुए डा. जवाहर पासवान ने कहा कि राष्ट्रीय एकीकरण दिवस को हम कौमी एकता दिवस के रूप में भी मनाते हैं, जो भारतीय समाज की विविधता और समरसता को प्रगाढ़ बनाने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। उन्होंने कहा, “भारत विविधताओं से भरा हुआ देश है, जहां धर्म, संप्रदाय, भाषा, जाति और सांस्कृतिक विविधताएं हैं। इन विविधताओं के बावजूद, हम सब भारतीय होने के नाते एकजुट हैं। राष्ट्रीय एकीकरण दिवस इस बात की याद दिलाता है कि हमें अपने देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने के लिए एकजुट होकर कार्य करना होगा।”

डा. पासवान ने आगे कहा, “हमारे समाज में भाईचारे और सौहार्द की भावना का होना अत्यंत आवश्यक है, ताकि कोई भी वर्ग या समुदाय खुद को अलग-थलग महसूस न करे। जब तक हम एक-दूसरे का सम्मान करेंगे और सबको समान अधिकार देंगे, तब तक हमारी एकता मजबूत बनी रहेगी। यह दिवस हमें यह सिखाता है कि हमारे राष्ट्र की ताकत हमारी विविधता में है, और इस विविधता को एक सूत्र में बांधकर ही हम देश को आगे बढ़ा सकते हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रीय एकीकरण दिवस का उद्देश्य केवल एकता का संदेश देना नहीं है, बल्कि यह भी है कि हम भारतीय संस्कृति और एकता के प्रतीकों का सम्मान करें। यह दिवस हमें एकजुट रहने की प्रेरणा देता है और सामाजिक समरसता के लिए कार्य करने की दिशा में मार्गदर्शन करता है। कार्यक्रम में एनएसएस के कार्यों और उद्देश्यों पर भी चर्चा की गई, जिसमें छात्र-छात्राओं को राष्ट्रीय एकता के प्रति जागरूक किया गया। कार्यक्रम के अंत में सभी ने संकल्प लिया कि वे देश की एकता और अखंडता बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। डा. चंद्रशेखर आजाद और महेंद्र मंडल आदि वक्ताओं ने भी अपने विचार साझा किए और बताया कि इस प्रकार के कार्यक्रमों से युवाओं में देशभक्ति और राष्ट्रीय भावना को जागृत किया जाता है। इस संगोष्ठी में कॉलेज के शिक्षक, शिक्षकेतर कर्मी और छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे और कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।



