बिहार में निवेशकों केलिए माहौल बनाने केलिए युवाओं को आत्मनिर्भर बनाना जरूरी: निशिकान्त फोटो – संवाददाताओं के सवालों का जवाब देते निशिकान्त।
बिहार में निवेशकों केलिए माहौल बनाने केलिए युवाओं को आत्मनिर्भर बनाना जरूरी: निशिकान्त
फोटो – संवाददाताओं के सवालों का जवाब देते निशिकान्त।
जेटी न्यूज।
समस्तीपुर । मेरा प्रथम उद्देश्य अपनी जन्म धरती अपने बिहार के युवओं अपने भाई-बहनों को आत्मनिर्भर बनाना है, तभी हमार प्रदेश आत्म निर्भर राज्य बन सकेगा। रविवार को जन आशीर्वाद संवाद सभा में समस्तीपुर पधारे यूथ आईकाॅन निशिकांत सिन्हा ने संवाददाताओं के प्रश्नो का जवाब देते हुए उक्त बातें कही। उन्होंने कहा कि आज तक जितनी भी सरकारें बनी सभी ने अपने राजनीतिक हितों को साधने पर ही अपना ध्यान केंद्रित किया। जिस कारण बिहार की मूल संपत्ति युवा और किसानो को सिर्फ छला जाता रहा है। इस सभा को राजनीतिक जमीन तलाशने की कोशिश से जोडे जाने पर श्री सिन्हा ने पूरे आत्मविश्वास से कहा कि फिलहाल ऐसी कोई बात मेरे जहन में नहीं है। फिलहाल प्राथमिक रूप से वे बिहार में युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने केलिए कुछ करना चाहते हैं। सभी 38 जिलों में जन आशीर्वाद यात्रा पूरी होने के बाद अगर बिहार के भाईयों को राजनीतिक विकल्प की जरूरत महसूस होगी और उनका आदेश होगा तो वे इसपर विचार करेंगे। उन्होंने बताया कि विगत वे 5-7 सालों से जरूरत मंद एवं प्रतिभावान युवओं को तराश कर आत्मनिर्भर बनाने की मुहिम चला रहे हैं। अब यही कोशिश बिहार में करने जा रहे हैं। संवाददाता के एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बिहार में निवेशक नहीं आ रहे इसका एक मात्र कारण है किसी भी शुरूआत से पहले ही बंदरबांट करने और रंगदारी वसूलने वाले लोगों की सक्रियता बढ जाती है। जब हमारे राज्य का युवा आत्मनिर्भर और स्वावलंबी होगा तो बिहार के विकास में बाधा इन अवांछित तत्वों की सक्रियता पर लगाम लगाना आसान होगा।
तब निवेशकों को बिहार आने का न्योता देना आसान होगा और जो बिहार केवल श्रम और प्रतिभा का आपूर्तिकर्ता राज्य बन कर रह गया है वह बिहार स्वतः विकास की नई इबारत लिखने लगेगा। मेरी कोशिश है कि आने लाले दिनो में हर प्रतिभा को तराश कर उंचाई तक पहुंचया जाय, हर हाथ में रोजगार, हर बच्चे को शिक्षा, और हर परिवार को सम्मान दिला कर आत्मनिर्भर बिहार बनाया जाए। श्री सिन्हा ने कहा कि जिसकी जितनी आबादी उसको उतनी हिस्सेदारी हर क्षेत्र में मिलनी चाहिए। इसके लिए लोगों को जागरूक होना होगा।