वामदलों के संयुक्त आह्वान पर भाकपा माले ने गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ निकाल प्रतिवाद मार्च
वामदलों के संयुक्त आह्वान पर भाकपा माले ने गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ निकाल प्रतिवाद मार्च

जे टी न्यूज, मधुबनी(विष्णुदेव सिंह यादव) : संविधान निर्माता बाबासाहेब अंबेडकर पर वर्तमान गृहमंत्री अमित शाह द्वारा की गई अपमानजनक टिपण्णी के खिलाफ वामपंथी दलों के संयुक्त आह्वान पर भाकपा माले, ने बेनीपट्टी में लोहिया चौक से आंबेडकर चौक तक अंचल सचिव श्याम पंडित के नेतृत्व में प्रतिवाद मार्च किया। मार्च के उपरांत उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए माले नेता मयंक कुमार ने कहा कि अमित शाह का बयान महज बाबासाहेब का एक व्यक्ति के रूप में अपमान नहीं है बल्कि बाबासाहेब की विचारधारा से उनकी नफरत का परिचायक है। अमित शाह के इस व्यवहार से संविधान विरोधी भाजपा का वास्तविक चेहरा सामने आ गया है। बाबासाहेब का अपमान पूरे देश का अपमान है। इसलिए अमित शाह को अपने पद से इस्तीफा देना होगा। देश के केबिनेट में बैठा कोई मंत्री ही संविधान निर्माता का अपमान करे इससे बड़ा अनर्थ क्या होगा? इस देश के संविधान ने ही भाजपा के मोदी -अमीत शाह को वहां पहुंचने की ताकत दी है और जनता के उसी बल और स्वाभिमान को कुचलना चाहती है मोदी सरकार. यह नहीं चलेगा!
वहीं माले के बेनीपट्टी, अंचल सचिव श्याम पंडित ने कहा कि भाजपा की निर्लज्जता देखिए कि इतने दिन बीत चुके हैं लेकिन दो शब्द ग्लानि के उनके मुंह से नहीं निकले। यह घमंड दरअसल तमाम लोकतांत्रिक संस्थाओं को पंगु बना देने के कारण है। सच तो यह है कि हिन्दू राष्ट्र बनाकर दलितों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों और स्त्रियों का हक और अधिकार छीन कर इन्हें गुलाम बनाना ही भाजपा का अंतिम लक्ष्य है। इसे वंचित समुदाय जितनी जल्दी समझ जाएं उतना बेहतर है। भाकपा माले ने आज भाजपा के वास्तविक चेहरे को सामने लाने के लिए मार्च किया है।
मार्च में कामेश्वर राम , रामाशीष राम , लखींद्र सदा, धर्मवीर पासवान, हरिखित पासवान, ब्रह्मदेव राम, मिथलेश देवी, चंदन राम,सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोग शामिल थे।


