सीमा सुरक्षा को लेकर अररिया में उच्चस्तरीय बैठक

तस्करी व आपराधिक गतिविधियों पर कसेगा शिकंजा

सीमा सुरक्षा को लेकर अररिया में उच्चस्तरीय बैठक / तस्करी व आपराधिक गतिविधियों पर कसेगा शिकंजा जे टी न्यूज, अररिया:
भारत-नेपाल सीमावर्ती इलाकों में बढ़ती सुरक्षा चुनौतियों के मद्देनज़र आज अररिया में एक उच्चस्तरीय समन्वय बैठक आयोजित की गई। जिलाधिकारी अनिल कुमार एवं पुलिस अधीक्षक अंजनी कुमार की संयुक्त अध्यक्षता में हुई इस बैठक में सीमावर्ती क्षेत्रों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर व्यापक चर्चा की गई। बैठक में सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की 56वीं बटालियन बथनाहा और 52वीं बटालियन अररिया के कमांडेंट, जोगबनी इंटीग्रेटेड चेकपोस्ट (ICP) के प्रबंधक, सीमावर्ती थानाध्यक्ष, अनुमंडल स्तरीय अधिकारी, उत्पाद विभाग, आरसीडी, कस्टम सहित विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के प्रतिनिधि शामिल हुए।बैठक के मुख्य बिंदु
बैठक में विशेष रूप से भारत-नेपाल सीमा के जोगबनी क्षेत्र में तस्करी, अवैध आवागमन, मानव तस्करी एवं आपराधिक तत्वों की गतिविधियों पर नियंत्रण के उपायों पर विचार-विमर्श किया गया।
जिलाधिकारी ने साफ निर्देश दिया कि सीमा क्षेत्रों में गश्ती, नाका जांच और तकनीकी निगरानी को प्रभावी बनाते हुए असामाजिक तत्वों पर कड़ी नजर रखी जाए। सूचना तंत्र और तकनीक आधारित निगरानी पर बल
बैठक में यह भी तय किया गया कि स्थानीय सूचना तंत्र को मजबूत किया जाएगा और सीमावर्ती गांवों में सामुदायिक सहयोग से सूचना संकलन की प्रक्रिया तेज की जाएगी। साथ ही, सीसीटीवी, ड्रोन व डिजिटल निगरानी प्रणाली के अधिक उपयोग पर भी बल दिया गया। डीएम का सख्त संदेश
जिलाधिकारी अनिल कुमार ने कहा, “सीमावर्ती इलाकों में कानून-व्यवस्था बनाए रखना हमारी प्राथमिकता है। इसके लिए सभी सुरक्षा एजेंसियों को मिलकर काम करना होगा। किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित होनी चाहिए।”वाहनों की अनिवार्य जांच के निर्देश
अधीक्षक, मद्य निषेध को निर्देशित किया गया कि सीमा से गुजरने वाले सभी यात्री एवं मालवाहक वाहनों की अनिवार्य रूप से संघन जांच की जाए, ताकि शराब, ड्रग्स या अन्य प्रतिबंधित सामग्री की तस्करी को रोका जा सके। ICP और सीमा चौकियों का निरीक्षण
बैठक के उपरांत जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने इंटीग्रेटेड चेकपोस्ट, जोगबनी का दौरा कर जमीनी स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने वहां पर एसएसबी और कस्टम अधिकारियों से संवाद कर सुरक्षा उपायों की समीक्षा की। निरीक्षण में अनुमंडल पदाधिकारी (अररिया व फारबिसगंज), अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सीमा थाना प्रभारी, आरसीडी, कस्टम व अन्य विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे। बैठक का मुख्य उद्देश्य था कि सीमा सुरक्षा को और पुख्ता किया जाए, सभी सुरक्षा एजेंसियों में समन्वय बढ़े और किसी भी आपराधिक गतिविधि के विरुद्ध सामूहिक रूप से तीव्र एवं निर्णायक कार्रवाई की जाए। यह बैठक भविष्य की रणनीतियों के निर्धारण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।

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