जलवायु परिवर्तन एवं आपदा जोखिम न्यूनीकरण कार्यक्रम विषयक जागरूकता कैम्प का आयोजन
जलवायु परिवर्तन एवं आपदा जोखिम न्यूनीकरण कार्यक्रम विषयक जागरूकता कैम्प का आयोजन
जे टी न्यूज, सुपौल : जिला मुख्यालय के हजारी + 2 विद्यालय के सभागार भवन में मुख्यमंत्री विद्यालय सुरक्षा कार्यक्रम ” सुरक्षित शनिवार) अंतर्गत जलवायु परिवर्तन एवं आपदा जोखिम न्यूनीकरण कार्यक्रम विषयक जागरूकता कैम्प का आयोजन घोघरडीहा प्रखंड स्वराज्य विकास संघ ( GPSVS) के द्वारा संपन्न किया गया। इस जागरूकता कार्यक्रम में फोकल शिक्षक सह प्रशिक्षक शैलेन्द्र कुमार सुधांशु ने बताया कि विषय विशेषज्ञों के अनुसार,जलवायु परिवर्तन के कारण वर्तमान समय में तापमान में वृद्धि देखने को मिल रहा है । इसके कारण भीषण गर्मी ,लू बाढ़, सुखाड़, के साथ साथ अन्य समस्याएं बढ़ती जा रही है। इन समस्याओं का सबसे अधिक प्रभाव बच्चों एवं महिलाओं पर पड़ता है। इसके जोखिमों को कम करने के लिए बच्चों को जागरूक करने का कार्य किया जा रहा है। प्रशिक्षक अशोक कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री विद्यालय सुरक्षा कार्यक्रम अंतर्गत सभी विद्यालयों में “सुरक्षित शनिवार” की गतिविधियां संचालित की जाती है। इसी के अंतर्गत आज इस विद्यालय में विद्यालय आपदा प्रबंधन समिति का गठन , हजार्ड हंट अभ्यास के द्वारा खतरों की पहचान , आपदा प्रबंधन योजना का निर्माण एवं सप्ताह वार सुरक्षित शनिवार की गतिविधियों पर प्रकाश डाला गया ।
इस दौरान बच्चों के द्वारा हजार्ड हंट का मॉक ड्रिल भी किया गया। फोकल शिक्षक ने इन गतिविधियों का काफी सरलता पूर्वक बच्चों के साथ क्रियान्वयन किया।इस दौरान लू तथा भीषण गर्मी के प्रभाव से बचने हेतु क्या करे वो क्या न करे जैसे अत्यधिक धूप में बाहर न निकले, खीरा ककड़ी, नींबू, प्याज , सत्तू , भरपूर मात्रा में पानी पीते रहें । इसके साथ ही साथ लू लगने पर जीवन रक्षक घोल छाछ एवं चिकित्सक के सलाह के अनुसार निर्देशों का पालन करें पर भी प्रकाश डाला गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉक्टर रामचंद्र यादव ,प्रधानाचार्य- हजारी+ 2 विद्यालय, गौरवगढ़, सुपौल के द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम के दौरान विद्यालय के सभी छात्र , छात्रा एवम शिक्षकगण के साथ – साथ
प्रमोद यादव वरीय पत्रकार सुपौल
श्रीकांत स्वामी ,योग प्रशिक्षक ,सुपौल की भी गरिमामय उपस्थिति रही। इस कड़ी में बच्चों एवं विद्यालय परिवार की तरफ से औषधीय पौधों का रोपण भी किया गया।
अंत में सभी को धन्यवाद के साथ इस कार्यक्रम का समापन किया गया।


