बिहार बाल अधिकार संरक्षण आयोग में मनाई गई पर्वतपुरुष दशरथ मांझी की 91वीं जयंती
बिहार बाल अधिकार संरक्षण आयोग में मनाई गई पर्वतपुरुष दशरथ मांझी की 91वीं जयंती

जे टी न्यूज़, पटना : बिहार बाल अधिकार संरक्षण आयोग के कार्यालय में पर्वतपुरुष दशरथ मांझी की 91वीं जयंती श्रद्धापूर्वक मनाई गई। इस अवसर पर आयोग के अध्यक्ष डॉ. अमरदीप, सदस्य डॉ. हुलेश मांझी, डॉ. सुग्रीव दास, श्री प्रशांत, सुश्री सीमा रहमान, श्रीमती अनिता, श्रीमती पिंकी कुमारी, श्री राजेश किशन, श्री रजनीश, श्री मुकेश कुमार और अन्य सभी कर्मियों ने उनके तैलचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की और उनके अद्वितीय व्यक्तित्व से प्रेरणा लेने का संकल्प लिया।
आयोग के अध्यक्ष डॉ. अमरदीप ने अपने संबोधन में कहा, “दशरथ मांझी का व्यक्तित्व दृढ़ संकल्प, साहस और अदम्य इच्छाशक्ति का प्रतीक है। उनका संघर्ष और अथक प्रयास यह साबित करता है कि यदि इंसान ठान ले तो कोई भी काम असंभव नहीं है।” उन्होंने यह भी कहा कि बाल अधिकार संरक्षण आयोग का काम केवल बच्चों के अधिकारों की रक्षा करना नहीं है, बल्कि उनके व्यक्तित्व का विकास भी है। दशरथ मांझी जैसे महापुरुषों के जीवन से बच्चे प्रेरणा लेकर अपने जीवन में महान कार्य कर सकते हैं, और आयोग इस दिशा में हमेशा प्रयासरत रहेगा।

सदस्य डॉ. हुलेश मांझी ने कहा, “दशरथ मांझी की जयंती मनाने की शुरुआत कर आयोग ने महत्वपूर्ण कदम उठाया है। हम इस परंपरा को आगे बढ़ाएंगे, क्योंकि उनका जीवन हमें यह सिखाता है कि हमें हर परिस्थिति में हार नहीं माननी चाहिए।” उन्होंने आगे कहा, “दशरथ मांझी ने अपने संघर्ष से लाखों लोगों के जीवन में आशा और विश्वास का संचार किया है।”
सदस्य डॉ. सुग्रीव दास ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा, “हम आगे भी ऐसे महापुरुषों की जयंती मनाएंगे और दशरथ मांझी के जीवन से प्रेरणा लेकर समाज के विकास में योगदान देंगे।”
इस आयोजन में बिहार बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सभी कर्मियों ने भाग लिया और दशरथ मांझी के संघर्ष और उनकी निःस्वार्थ सेवा को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस कार्यक्रम ने यह संदेश दिया कि बच्चों को महापुरुषों के आदर्शों से प्रेरित करके उनका सही मार्गदर्शन किया जा सकता है, ताकि वे भी समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकें।
