होली हैं आ जाओ ना*
होली हैं आ जाओ ना*
जे टी न्यूज
होली हैं आजाओ ना,
रंग गुलाल लगाओ ना ।
कोरे कागज-सा है जीवन,
तुम कोई चित्र बनाओ ना। होली है आ जाओ ना,
होली है आ जाओ ना। खेतों में सरसों फूल खिले है,
लाल पलाश जमीं पर बिखरे है।
आ गए हैं आमों पर मंजर,
अब तुम भी मत तड़पाओ ना। होली है आ जाओ ना,
होली है आ जाओ ना। मधुबन के सारे फूल खिले है,
ऋतुराज बसंत से आन मिले हैं।
अब बीत गए हैं रात शरद की,
तुम मन के धूप खिलाओ ना। होली है आ जाओ ना।
होली है आ जाओ ना। चहुं ओर बसंती छाई हैं,
मां ने पकवान बनाई है।
हर रोज तो सरहद पर रहते हो,
त्योहार तो घर पर मनाओ ना। होली है आ जाओ ना,
होली है आ जाओ ना। है धूम मची ब्रजमंडल में,
उड़े रंग गुलाले अंबर में।
मैं बनके खड़ी कब से राधा,
तुम मनमोहन बनकर आओ ना। होली है आ जाओ ना,
होली है आ जाओ ना।
सोनी कुमारी
ग्राम +पोस्ट -ब्रह्मपुरा
जिला -मधुबनी, बिहार


