बी.एन. मंडल विश्वविद्यालय के रसायन विज्ञान विभाग ने “क्लासरूम टू कल्टीवेशन” पहल से की नई शुरुआत
यह पहल सतत विकास लक्ष्यों , राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और विश्वविद्यालय के हरित रसायन (ग्रीन केमिस्ट्री), पर्यावरणीय संरक्षण और आत्मनिर्भर ग्रामीण समाज — से सीधे जुड़ी हुई है।
बी.एन. मंडल विश्वविद्यालय के रसायन विज्ञान विभाग ने “क्लासरूम टू कल्टीवेशन” पहल से की नई शुरुआत

जे टी न्यूज़, मधेपुरा : रसायन विज्ञान विभाग ने अकादमिक ज्ञान को व्यावहारिक जीवन से जोड़ने की दिशा में एक अभिनव कदम उठाते हुए अपनी सर्वश्रेष्ठ प्रैक्टिस पहल — “क्लासरूम टू कल्टीवेशन” की शुरुआत की है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य शोधार्थी और छात्रों के द्वारा कक्षा और प्रयोगशाला में अर्जित रसायन विज्ञान के ज्ञान को स्थानीय किसानों, छात्रों और समाज को सीधा लाभ पहुँचाना है। बी.एन. मंडल विश्वविद्यालय लंबे समय से समाज और समुदाय के कल्याण के लिए माय बर्थ माय अर्थ मिशन के द्वारा विश्व कल्याण हेतु पोधरोपण को व्यवहार में लाने के प्रयास करता रहा है। “क्लासरूम टू कल्टीवेशन” इसी सोच और साझा दृष्टिकोण से जन्मी पहल है। इसका मुख्य लक्ष्य विद्यार्थियों और किसानों के बीच ज्ञान का आदान-प्रदान करना, कृषि के लिए रसायन विज्ञान की व्यवहारिक उपयोगिता को बढ़ाना और सतत व हरित विकास को प्रोत्साहित करना है। निदेशक,आई क्यू ए सी प्रोफेसर नरेश कुमार ने कहा कि यह कार्यक्रम विश्वविद्यालय अनुदान आयोग और नैक में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए आवश्यक है।
यह पहल सतत विकास लक्ष्यों , राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और विश्वविद्यालय के हरित रसायन (ग्रीन केमिस्ट्री), पर्यावरणीय संरक्षण और आत्मनिर्भर ग्रामीण समाज — से सीधे जुड़ी हुई है।

उन्होंने कहा कि इस पहल के मुख्य उद्देश्य
1. ज्ञान हस्तांतरण: कक्षा में पढ़ाई जाने वाली रसायन विज्ञान की अवधारणाओं को मिट्टी, पानी और फसल स्वास्थ्य सुधार जैसे व्यावहारिक क्षेत्रों में लागू करना।
2. वेस्ट टू वेल्थ: कृषि अपशिष्ट को खाद, बायोफर्टिलाइज़र और पर्यावरण-अनुकूल कीटनाशक में बदलने के तरीक़े सिखाना।
3. क्षमता निर्माण: छात्रों व किसानों को मिट्टी परीक्षण, टिकाऊ उर्वरक व रसायनों के प्रयोग और हरित कृषि प्रथाओं का प्रशिक्षण देना।
4. कार्यक्रम को प्रो उमाशंकर चौधरी, प्रोफेसर अबुल फजल, डॉ अनिल कुमार, डॉ अजय कुमार दास, डॉ अरूनव सेनगुप्ता ने संबोधित किया।डॉ अक्षि त्यागी ने धन्यवाद ज्ञापित किया



