अम्बेडकर भवन में मनाया गया डॉ. भीमराव अम्बेडकर का 69वां महापरिनिर्वाण दिवस  

अम्बेडकर भवन में मनाया गया डॉ. भीमराव अम्बेडकर का 69वां महापरिनिर्वाण दिवस

बाबासाहेब के मार्गों पर चलकर ही सम्भव है सुसंस्कृत समाज की स्थापना — उप विकास आयुक्त

अम्बेडकर भवन परिसर होगा अतिक्रमणमुक्त—सदर एसडीओ

जे टी न्यूज, खगड़िया:

पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत शनिवार को बलुआही स्थित अम्बेडकर भवन परिसर में स्वतंत्र भारत के प्रथम केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री, महान⁶ विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, समाज सुधारक एवं भारतीय संविधान के शिल्पकार बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर का 69वां महापरिनिर्वाण दिवस श्रद्धा व गरिमा के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का आयोजन अम्बेडकर भवन उत्थान समिति द्वारा किया गया तथा अध्यक्षता समिति के संरक्षक रामलखन प्रसाद पासवान ने की। संचालन का दायित्व जदयू जिला प्रवक्ता आचार्य राकेश पासवान शास्त्री ने निभाया।

कार्यक्रम का शुभारंभ प्रभारी डीएम सह उप विकास आयुक्त अभिषेक पलासिया, सदर अनुमंडल पदाधिकारी धनंजय कुमार सहित विभिन्न विभागों के गणमान्य अधिकारियों एवं बुद्धिजीवियों द्वारा बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करने से हुआ।

“अम्बेडकर भवन होगा अतिक्रमणमुक्त, विकसित भवन का दिया भरोसा” — उप विकास आयुक्त

उप विकास आयुक्त अभिषेक पलासिया ने अपने संबोधन में कहा कि बाबा साहेब के बताए मार्ग— शिक्षा, संगठन, संघर्ष और संविधान— ही एक समतामूलक और सुसंस्कृत समाज का वास्तविक आधार हैं। उन्होंने भवन परिसर का निरीक्षण किया और इसे पूर्णतः अतिक्रमणमुक्त कर सुंदर व सुव्यवस्थित रूप में विकसित किए जाने का आश्वासन दिया।

उन्होंने कहा कि डॉ. अम्बेडकर एक व्यक्ति नहीं, बल्कि युग-प्रवर्तक, मानवाधिकारों के प्रहरी और सामाजिक न्याय की अनंत विचारधारा हैं। आज का यह कार्यक्रम केवल औपचारिकता नहीं, बल्कि संवैधानिक मूल्यों और सामाजिक समरसता के प्रति हमारी निष्ठा का प्रतीक है।

प्रतिमा केवल पत्थर नहीं, स्वाभिमान का प्रतीक— सदर एसडीओ

सदर अनुमंडल पदाधिकारी धनंजय कुमार ने कहा कि अम्बेडकर भवन और उनकी आदमकद प्रतिमा समाज के आत्मसम्मान, समान अधिकारों और संवैधानिक दायित्वों की निरंतर स्मृति हैं। उन्होंने भवन परिसर से अतिक्रमण हटाने का भरोसा दिलाते हुए कहा कि यह प्रतिमा आने वाली पीढ़ियों को याद दिलाएगी कि अन्याय और भेदभाव के खिलाफ संघर्ष ही सच्चे लोकतंत्र की नींव है।

चार स्तम्भ — शिक्षा, संगठन, संघर्ष और संविधान — समाज परिवर्तन की राह

संरक्षक रामलखन प्रसाद पासवान, समिति अध्यक्ष कुमार भानु प्रताप उर्फ गुड्डू पासवान, कांग्रेस जिलाध्यक्ष डॉ. अविनाश कुमार अविनाश एवं जदयू जिला प्रवक्ता आचार्य राकेश पासवान शास्त्री ने संयुक्त रूप से कहा कि बाबा साहेब का दर्शन ही समाज को समता, न्याय और प्रगतिशील दिशा देता है।

उन्होंने सामाजिक कुरीतियों—दहेज प्रथा, बाल विवाह, नशा—के खिलाफ जनजागरण की अपील की तथा बच्चों को बेहतर शिक्षा देने एवं मृत्यु भोज वहिष्कार जैसे सुधारवादी कदमों को अपनाने पर बल दिया।

उपस्थित गणमान्य

इस अवसर पर श्रम अधीक्षक उमेश राय, मत्स्य पदाधिकारी लाल बहादुर शर्राफ, मत्स्य प्रसार पदाधिकारी आशुतोष आनंद, जदयू प्रदेश राजनीतिक सलाहकार समिति सदस्य नीलम वर्मा, प्रधानाध्यापक बालकिशोर पासवान, जदयू उपाध्यक्ष निर्मला कुमारी, महासचिव वीणा पासवान, अभिनेत्री चम्पा राय, एससी-एसटी कर्मचारी संघ के जिला उपाध्यक्ष सह कवि सुखनंदन पासवान, सतीश आनंद, एससी-एसटी कर्मचारी संघ के सचिव रंजीत कुमार, चन्द्रशेखर मंडल, कोषाध्यक्ष शम्भू पासवान, रेणु कुमारी, ममता कुमारी, अधिवक्ता संजय पासवान, डॉ. श्यामसुंदर दास, अर्जुन रजक, रविन्द्र चौरसिया, राजीव पोद्दार गुड्डू, प्रवीण पासवान, सूचित पासवान, मदन चौरसिया, प्रधानाध्यापक महावीर दास, चित्रगुप्त नगर थाना एस आइ सहित कई गणमान्य उपस्थित रहे और बाबा साहेब के जीवन, शिक्षाओं एवं उनके संघर्ष पर अपने विचार रखे।

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