महिषी की बेटी तुषा तान्या एमीटैक में तकनीकी प्रमुख बनने वाली पहली भारतीय महिला इंजीनियर
महिषी की बेटी तुषा तान्या एमीटैक में तकनीकी प्रमुख बनने वाली पहली भारतीय महिला इंजीनियर

जे टी न्यूज़, महिषी : बिहार के सहरसा जिले के ज्ञान-परंपरा से समृद्ध महिषी गांव की बेटी तुषा तान्या ने देश–विदेश में बिहार का नाम रोशन कर दिया है। उन्हें अमेरिकी कंपनी Ametek Instrument India Pvt. Ltd. में “Technical Lead – Mixed Signal Design” के पद का ऑफर मिला है, जिसमें उन्हें 70 लाख रुपये वार्षिक वेतन पैकेज और 10 लाख रुपये ज्वाइनिंग बोनस मिलेगा।
वे एमीटैक के इस पद पर पहुँचने वाली पहली महिला तकनीकी प्रमुख बनी हैं।
शास्त्र की नगरी महिषी से चिप डिज़ाइन तक
ऐतिहासिक रूप से महिष्मती नगरी के नाम से चर्चित महिषी,पंडित मंडन मिश्र की धर्मपत्नी विदुषी उभय भारती की जन्मभूमि रही है। इस भूमि ने एक बार फिर इतिहास लिखते हुए आधुनिक विज्ञान में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। तुषा तान्या ने यह सिद्ध किया है कि बेटियाँ सिर्फ घर नहीं, देश की तकनीकी सुरक्षा भी संभाल सकती हैं।
शिक्षा: गोल्ड मेडल से IIT तक की यात्रा
बी.टेक. — BIT मेसरा
गेट में उत्कृष्ट स्कोर
एम.टेक. — NIT दुर्गापुर (गोल्ड मेडलिस्ट)
पीएचडी — IIT दिल्ली (विषय: “Chip Design for Camera in Defence”)
डिफेंस मिनिस्ट्री में कार्यकाल के दौरान तकनीकी विषय पर उनके लेक्चर को राष्ट्रीय स्तर पर चुना गया, जहाँ वे तीन विशेषज्ञों में एकमात्र महिला थीं।
क्या है मिक्स्ड सिग्नल डिजाइन ?
एमीटैक में तकनीकी प्रमुख का पद वरिष्ठ इंजीनियरिंग जिम्मेदारी है, जो उन चिप्स के निर्माण से जुड़ा है जो ADC, DAC, PLL, Sensor Interface,ऑटोमोटिव, डिफेंस, कम्युनिकेशन, उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे आधुनिक उपकरणों का दिमाग तैयार करते हैं। यह तकनीक एनालॉग और डिजिटल दुनिया को एक चिप पर जोड़ती है।
परिवार और समर्थन
तुषा तान्या महिषी निवासी दिवंगत समाजसेवी बाबू तृपित चौधरी की सुपौत्री, तथा राजेंद्र मिश्रा महाविद्यालय सहरसा के पूर्व प्राचार्य प्रो. (डॉ.) अमर नाथ चौधरी एवं मधु चौधरी की पुत्री हैं।उनकी सफलता में माता-पिता के मार्गदर्शन के साथ,बड़ी बहन श्रुति सौम्या बहनोई इंजीनियर हेमंत कुमार झापति डॉ. आदित्य आनंद (Scientist, IISc Bengaluru) का विशेष सहयोग रहा।
महिषी में खुशी की लहर — सभी का एक साथ स्मरण
परिवार और गांव में जश्न का माहौल है। पशुपति नाथ चौधरी, राधानाथ चौधरी, भवनाथ चौधरी, नंदकुमार चौधरी, शशिकांत चौधरी, विद्यापति चौधरी, बच्चन चौधरी, जगतपति चौधरी, प्रमोद कुमार चौधरी, संतोष कुमार चौधरी, प्रतिभा चौधरी, डॉ. अक्षय कुमार चौधरी, डॉ. शांतिलक्ष्मी चौधरी, राकेश चौधरी बौआ, डॉ. रतन कुमार झा, डॉ. राजीव कुमार झा, डॉ. पंकज कुमार चौधरी, पवन कुमार चौधरी, संजीवमणि, क्रांतिमणि, ज्वालामणि, हरि चौधरी, बबन सहित परिजनों एवं ग्रामीणों ने उत्साह व्यक्त करते हुए उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दीं।
निष्कर्ष
महिषी की मिट्टी ने एक बार फिर साबित कर दिया— यदि बेटियों को अवसर मिले, तो वो सिर्फ परिवार ही नहीं, देश की रक्षा–तकनीक भी संभाल सकती हैं। तुषा तान्या नई पीढ़ी की प्रेरणा हैं—महिषी से MIT & Defence Tech तक।


