*किसानों को फसल नुकसान का 40 हजार रुपए एकड़ हर्जाना दिया जाय*
*किसानों को फसल नुकसान का 40 हजार रुपए एकड़ हर्जाना दिया जाय*

बेतिया। बिहार राज्य ईख उत्पादक संघ के महासचिव तथा बिहार राज्य किसान सभा के उपाध्यक्ष प्रभुराज नारायण राव ने बिहार सरकार से मांग किया है कि बिहार के किसान काफी परेशानी और घाटे से गुजर रहे हैं।पिछले सितंबर– अक्टूबर में हुई असमय वर्षा ने किसानों के कमर तोड़ दिए हैं।
उन्होंने बताया कि जब धान का फसल काटने का समय आया।तो धान और गन्ना पानी में डूबा हुआ था।इस प्राकृतिक मार से किसानों को बचाने के लिए सरकार या आपदा विभाग द्वारा कोई कारवाई नहीं की गई।जिसके चलते धान और गन्ना का भारी नुकसान हुआ।
उन्होंने बताया कि 60% धान बर्बाद हो गया।धान का पुआल नहीं निकाल पाने से पशुओं के खाने के चारे की किल्लत हो गई है।अधिकांश गन्ना के पानी में गिर जाने से गन्ना फसल का भी भारी नुकसान हुआ है।
उन्होंने आगे बताया कि मिट्टी गिला रहने से बड़े पैमाने पर रबी की खेती नहीं हो पाई है और गन्ना अभी भी पानी में डूबा हुआ है।जिसके चलते किसानों के सामने खाने के लिए संकट आन पड़ा है।
उन्होंने मांग किया है कि इसे आपदा घोषित कर 40 हजार रुपए प्रति एकड़ हर्जाना दिया जाय।किसानों को खाद ,बीज अनुदान के रुप में दिया जाय। केन्द्र सरकार द्वारा निर्धारित धान पर एम एस पी 2369 रुपए प्रति क्विंटल का लाभ सभी किसानों को मिलने की गारंटी किया जाय।गन्ना का दाम 550 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया जाए।चीनी मिलों में हो रहे घटतौली पर रोक लगाया जाय।गन्ना ढुलाई के पैसे चीनी मिलों द्वारा बहन किया जाय।

