डीएम ने बिस्फी एवं बेनीपट्टी प्रखंड में विकास योजनाओं की किया समीक्षा व बासगीत पर्चा का वितरण

डीएम ने बिस्फी एवं बेनीपट्टी प्रखंड में विकास योजनाओं की किया समीक्षा व बासगीत पर्चा का वितरण

जे टी न्यूज,मधुबनी

जिलाधिकारी आनंद शर्मा ने अपने बुधवारिय क्षेत्र भ्रमण के क्रम में आज बिस्फी एवं बेनीपट्टी प्रखंडों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने विभिन्न विकास योजनाओं का निरीक्षण किया तथा गरीब भूमिहीन परिवारों के बीच बासगीत पर्चा एवं कम्बल का वितरण कर उन्हें राहत पहुंचाई।

बिस्फी में 51 गरीब भूमिहीन परिवारों को मिला बासगीत पर्चा

जिलाधिकारी सबसे पहले बिस्फी प्रखंड मुख्यालय पहुंचे, जहां अंचल कार्यालय में आयोजित संक्षिप्त कार्यक्रम में उन्होंने 51 भूमिहीन गरीब परिवारों के बीच बासगीत पर्चा वितरित किया।
इसके बाद वे विद्यापति स्मारक पहुंचे और निर्माणाधीन भवन का निरीक्षण किया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को कार्य में तेजी लाने तथा गुणवत्ता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।

जिलाधिकारी ने इसके उपरांत भैरवा मंदिर का निरीक्षण किया और मंदिर के लिए वैकल्पिक मार्ग निर्माण हेतु स्थानीय अधिकारियों से विस्तृत चर्चा की। उन्होंने पहुंच मार्ग एवं परिसर के समुचित विकास को लेकर कई महत्वपूर्ण दिशा–निर्देश दिए।

 

बेनीपट्टी में 100 परिवारों को बासगीत पर्चा, जरूरतमंदों को मिला कम्बल

बिस्फी के निरीक्षण उपरांत जिलाधिकारी बेनीपट्टी प्रखंड पहुंचे, जहां अंचल कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने 100 गरीब भूमिहीन परिवारों के बीच बासगीत पर्चा वितरित किया। साथ ही जिले के गरीब एवं जरूरतमंद लोगों के बीच कम्बल वितरण भी किया गया।

इसके पश्चात जिलाधिकारी उच्चैठ शक्तिपीठ पहुंचे। उन्होंने मंदिर परिसर के विस्तारीकरण, सौंदर्यीकरण एवं समग्र विकास को लेकर उपस्थित वास्तुविदों एवं अधिकारियों के साथ विस्तृत विचार–विमर्श किया।
जिलाधिकारी ने शक्तिपीठ परिसर में पर्यटन सुविधाओं के विस्तार को प्राथमिकता देने की बात कही तथा इसके लिए ठोस कार्ययोजना तैयार करने का निर्देश दिया।

जिला प्रशासन विकास एवं राहत कार्यों के प्रति प्रतिबद्ध: डीएम
क्षेत्र भ्रमण के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि गरीब एवं भूमिहीन परिवारों को भूमि संबंधी अधिकार दिलाना जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में है। साथ ही जिले के धार्मिक एवं पर्यटन स्थलों के विकास से स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बल मिलेगा। उन्होंने कह कि उच्चैठ शक्तिपीठ जिले का प्रमुख धार्मिक एवं सांस्कृतिक स्थल है। इसके सौंदर्यीकरण, विस्तारीकरण और पर्यटन–सुविधाओं में वृद्धि से न केवल श्रद्धालुओं को बेहतर वातावरण मिलेगा, बल्कि क्षेत्र में रोजगार और आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों की प्रगति की नियमित समीक्षा और आम लोगों तक सरकारी योजनाओं का लाभ समय पर पहुंचाना जिला प्रशासन की प्रतिबद्धता है। हमारा लक्ष्य है—पारदर्शिता, तीव्रता और जन–सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता देना।”

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