पूर्णिया कॉलेज में सांसद पप्पू यादव का सीधा छात्र संवाद, समस्याओं का ऑन-स्पॉट समाधान
पूर्णिया कॉलेज में सांसद पप्पू यादव का सीधा छात्र संवाद, समस्याओं का ऑन-स्पॉट समाधान

जे टी न्यूज, पूर्णिया :
पूर्णिया कॉलेज, पूर्णिया में आयोजित एकदिवसीय छात्र संवाद कार्यक्रम ने यह साफ कर दिया कि जब जनप्रतिनिधि संवाद को औपचारिकता नहीं, बल्कि समाधान का माध्यम बनाते हैं, तो राजनीति की तस्वीर बदल जाती है। इस संवाद कार्यक्रम में सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने न केवल छात्रों की बातें सुनीं, बल्कि मौके पर ही प्रशासन से बात कर कई समस्याओं के समाधान की दिशा तय की।
कोसी–सीमांचल क्षेत्र के सैकड़ों छात्र-युवाओं की मौजूदगी में यह कार्यक्रम केवल भाषण तक सीमित नहीं रहा, बल्कि शिक्षा सुधार, युवाओं का भविष्य, तकनीक, AI और खेल अधोसंरचना जैसे विषयों पर खुली और गंभीर चर्चा का मंच बना।
*“औपचारिकता के लिए नहीं, समाधान के लिए आया हूं”*
संवाद की शुरुआत में सांसद पप्पू यादव ने छात्रों से बेझिझक बोलने का आग्रह करते हुए कहा—“आपकी समस्याएं सुनने और हल निकालने आया हूं, फोटो खिंचवाने या भाषण देने नहीं।”
इस भरोसे के बाद छात्रों ने खुलकर अपनी बातें रखीं। संवाद के दौरान समय पर कक्षाएं नहीं चलना, पुस्तकालय की बदहाल स्थिति, सेमेस्टर सिस्टम की व्यावहारिक परेशानियां, सत्र विलंब, हॉस्टल की कमी, कैंपस में नशाखोरी और छात्रों से अवैध वसूली जैसे गंभीर मुद्दे सामने आए।
*शिक्षा संस्थान ‘नोट छापने की मशीन’ नहीं : पप्पू यादव*
छात्रों की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए सांसद ने कॉलेज प्रशासन से मौके पर ही संवाद किया। प्राचार्य और संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि—कक्षाएं नियमित रूप से संचालित हों,पुस्तकालय एवं शैक्षणिक सुविधाएं मजबूत की जाएं,छात्रों से किसी भी प्रकार की अवैध वसूली और भ्रष्टाचार पर तुरंत रोक लगे।
सांसद ने दो टूक कहा—
“शिक्षा संस्थान ज्ञान के केंद्र होते हैं, इन्हें नोट छापने की मशीन नहीं बनने दिया जाएगा।”
*लोकसभा में उठेगी छात्रों की आवाज़*
छात्र संवाद के दौरान पप्पू यादव ने आश्वासन दिया कि यहां उठाए गए हर मुद्दे को वे लोकसभा सत्र में हूबहू सदन के पटल पर रखेंगे। उन्होंने कहा कि छात्रों की आवाज़ कॉलेज की चारदीवारी तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि संसद तक पहुंचेगी।
यह घोषणा छात्रों के लिए खास तौर पर उत्साहवर्धक रही और कार्यक्रम में बार-बार तालियों की गूंज सुनाई दी।
*पूर्णिया बनेगा AI Automation Hub*
भविष्य की शिक्षा और रोजगार पर बात करते हुए सांसद ने कहा कि जब अमेरिका, चीन और जापान नवाचार और तकनीक में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं, तब देश के कई हिस्सों में आज भी बेसिक एजुकेशन की स्थिति चिंताजनक है।
इसी क्रम में उन्होंने बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि—
पूर्णिया को AI Automation प्रशिक्षण का देश का एक बड़ा केंद्र बनाना उनकी प्राथमिकता है।
उन्होंने बताया कि इस दिशा में अमेरिका की तीन कंपनियों से शुरुआती बातचीत हो चुकी है, ताकि कोसी–सीमांचल के युवाओं को अपने ही क्षेत्र में अत्याधुनिक तकनीक का प्रशिक्षण मिल सके।
“अगर अवसर और संसाधन मिलें, तो यहां के बच्चे किसी से कम नहीं हैं।”

*इंटरनेशनल स्टेडियम भी प्राथमिकता में*
सांसद पप्पू यादव ने पूर्णिया में अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्टेडियम निर्माण को भी अपनी प्राथमिकताओं में शामिल बताया। उन्होंने कहा कि खेल केवल शारीरिक विकास नहीं, बल्कि अनुशासन, नेतृत्व और आत्मविश्वास का माध्यम है।
एक अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम क्षेत्र के युवाओं को राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय मंच तक पहुंचने का अवसर देगा।
*शिक्षा व्यवस्था की जमीनी हकीकत उजागर*
छात्रों की बातों पर प्रतिक्रिया देते हुए सांसद ने कहा कि इस संवाद से उन्हें शिक्षा व्यवस्था की पंगु होती स्थिति का और गहराई से एहसास हुआ है।
उन्होंने कहा—
“सरकार बनाने-गिराने की राजनीति में उलझे लोगों को युवाओं के भविष्य की चिंता नहीं है। कॉलेजों में छात्रों का शोषण हो रहा है और प्रतिभा कुंठित की जा रही है।”l उन्होंने कोसी–सीमांचल को बिहार का सबसे पिछड़ा इलाका बताते हुए कहा कि अगर पूर्णिया जैसे केंद्र में भी युवा संस्थागत लूट का शिकार होंगे, तो क्षेत्र कैसे आगे बढ़ेगा।
*जाति-धर्म की बहस नहीं, हुनर की पहचान*
कार्यक्रम के अंत में सांसद ने छात्रों से आह्वान किया कि वे सोशल मीडिया पर जाति-धर्म की बेकार बहसों से दूर रहें और इसे अपनी प्रतिभा निखारने का मंच बनाएं।
उन्होंने कहा—“आज की दुनिया हुनर को पहचानती है, नफरत को नहीं।”
*यह संवाद रुकेगा नहीं*
पप्पू यादव ने स्पष्ट किया कि यह छात्र संवाद किसी एक दिन का आयोजन नहीं, बल्कि एक लगातार चलने वाली प्रक्रिया होगी।
“आप अपनी लड़ाई खुद लड़ें, मैं हर कदम पर आपके साथ हूं।”
*नई उम्मीद, नई दिशा*
पूर्णिया कॉलेज का यह छात्र संवाद कार्यक्रम केवल एक राजनीतिक आयोजन नहीं, बल्कि कोसी–सीमांचल के युवाओं के भविष्य पर गंभीर मंथन का मंच बना।
छात्रों की सक्रिय भागीदारी, समस्याओं पर त्वरित प्रतिक्रिया और AI, नवाचार व खेल अधोसंरचना जैसे विषयों पर दूरदर्शी सोच ने इस आयोजन को यादगार और प्रभावशाली बना दिया।
इस अवसर पर छात्र अध्यक्ष करण यादव, अभिषेक आनंद, सुमित यादव, राजीव पोद्दार, विशाल यादव, अभिजीत आनंद, सुमित कुमार, प्रियांशु कुमार, अमित कुमार, ऐराफ, दिनर, सोनू यादव, नितेश गुप्ता, बृजेश कुमार, मौसम कुमार, प्रभास यादव, प्रदीप सर, रवि झा, अंकित कुमार, अजय कुमार राणा सहित बड़ी संख्या में छात्र उपस्थित रहे।

