पोल-खोलः नितीश सरकार 3.0 में खुलेआम जनप्रतिनिधि ही आज सरकार के शराबबंदी की पोल खोलते हुए देखे जा रहे हैं

समस्तीपुरः जिले के वारिसनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत हांसा बहेरा चौक के बीच में एक व्यक्ति नशे की अवस्था में सड़क किनारे गिरा हुआ पाया गया है।जिनका मदद करना किसी लोगों ने मुनासिब नहीं समझा। गौरतलब है कि उक्त व्यक्ति नशे में इतना धुत है कि अपना नाम तक नहीं बता पा रहा है। लोगों ने बताया कि वे काफी शराब पी रखा है, जो सतमलपुर से समस्तीपुर की ओर जा रहा था और रास्ते में ही गिर गिर गया, जिसे काफी मशक्कत के बाद राहगीरों ने बताया कि खानपुर उत्तरी पंचायत का उपमुखिया पवन कुमार सिंह के साथ समस्तीपुर कि ओर जा रहे थे, इसी बीच यहाँ पर गिर गए, तो उपमुखिया इनको छोड़ कर भाग खड़ा हुए। तब जाकर राहगीरों ने काफी मशक्कत के बाद उनकी पहचान खानपुर उत्तरी पंचायत के मुखिया प्रदीप महतो के रूप में किया है। लोगों ने बताया की माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रशासनिक व्यवस्था व शराब बंदी पर ये करारा प्रहार है, जो आज उपमुखिया एवं मुखिया खुलेआम नशे में धूत सड़क के किनारे पूर्ण नशे की अवस्था में गिरा हुआ पाया गया है। आइए देखें विडियो-

बताते चलें कि एक ओर नितीश सरकार शराब पीने व बेचने वालों पर कठोर कार्रवाई करती है। वहीं खुले आम जनप्रतिनिधि ही आज सरकार के शराबबंदी की पोल खोलते हुए देखे जा रहे हैं। लोगों ने बताया की खानपुर पंचायत के उपमुखिया एवं मुखिया प्रदीप महतो जो शुरू से ही दारु पीने और पिलाने में माहिर हैं, वो शराब बंदी के बाबजूद भी आज खुद इतने नशे में थे कि घर से 5 से 6 किलोमीटर की दूरी पर वारिसनगर थाना क्षेत्र के हांसा बहेरा चौक स्थित सड़क के किनारे गिरा हुआ पाया गया। जिनकी मदद के लिए भी कोई आगे नहीं आ रहे हैं। वही लोगों द्वारा नितीश सरकार के नीतियों पर तरह-तरह की चर्चाएं जारी है। अब देखना यह है कि सरकार और प्रशासन इस पर क्या कुछ कदम उठाती है?

 

(श्रोतः जागरूक आम जन मानस)

संपादिकृतः ठाकुर वरूण कुमार 

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