दारुल उलूम देवबंद की स्थापना की155 वीं वर्षगांठ पर दी गई भावभीनी श्रद्धांजलि

बेतिया।
वर्चुअल कार्यक्रम के माध्यम से , इस्लामिक विश्वविद्यालय दारुल उलूम देवबंद की स्थापना की 155 वीं वर्षगांठ पर ,दारुल उलूम देवबंद के संस्थापक ,स्वर्गीय मौलाना कासिम नानोतवी एवं दारुल उलूम देवबंद से जुड़े उन महान विभूतियों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई, जिन्होंने दारुल उलूम देवबंद से पूरे भारत समेत विश्व में भारत की स्वतंत्रता की राष्ट्रीयआंदोलन में जागृति पैदा करने का कार्य किया। आज ही के दिन 30 मई 1966 ई0 को अंग्रेजों से भारत की स्वतंत्रता एवं समाज के कमजोर एवं उपेक्षित वर्ग के बच्चों के लिए दारुल उलूम देवबंद की आधारशिला रखी गई, ताकि नई पीढ़ी के जीवन को शिक्षा से प्रकाशित किया जा सके। आज दारुल उलूम देवबंद विश्व की उन महान संस्थाओं में से एक है, जो अपने ज्ञान और विज्ञान के माध्यम से पूरे विश्व में शिक्षा फैला रहा है। इस विश्वविद्यालय में एशिया, अफ्रीका लैटिनअमरीका समेत विश्व के अनेक देशों के छात्रों ने इससे शिक्षा पाकर पूरे विश्व के सभी समुदायों को लाभान्वित किया है।
Edited By :- savita maurya 


