मंदिर के जमीन पर वर्षो से कब्जा करने की कोशिश,दोनों पक्षों में तनाव,पुलिस कर रही कैंप।

अमरदीप नारायण प्रसाद

समस्तीपुर :- जिला के कल्याणपुर प्रखंड में

चकमेहसी थाना क्षेत्र के राम जानकी मंदिर बघला के 65 एकड़ जमीन पर कई वर्षो से चल रही लड़ाई के बीच मंगलवार को 200 महादलित परिवार के लोगों ने बास बल्ला लगाकर जमीन पर कब्जा करने के लिए पहुंच गए। जिसको लेकर दोनों पक्षों में तनाव उत्पन हो गया।सूचना पर प्रभारी सीओ संतोष कुमार श्रीवास्तव व चकमेहसी थाना अध्यक्ष चंद्रकिशोर टुडू के नेतृत्व में जिला से आई पुलिस बल ने मौके पर पहुंच कर मामले का निराकरण के लिए लोगों से बातचीत की।मिली जानकारी के अनुसार राम जानकी मंदिर बघला के कुल 210 एकड़ जमीन में से 65 एकड़ जमीन पर वर्षो से राम जानकी मंदिर व महादलित परिवार के लोगों के बीच विवाद चल रहा है।विवाद को लेकर राजू सदा,विजय पासवान,अजय राम आदि ने बताया की लोगों को वर्षो पूर्व उक्त जमीन का बासगीत पर्चा मिल चुका है।

लेकिन जमीन पर प्रशाशन ने कब्जा नहीं दिलाया है।जबकि जमीन का रशीद आज तक उन लोगों के नाम से अंचल कार्यालय से कट रहा है।जमीन पर कब्जा को लेकर कई बार कोशिश के बाबजूद नही हुआ है।जबकि वर्ष 2004 में हमलोगो ने उक्त भूमि पर जब घर बनाया।तब महंत अजीतेश्वर दास के लोगों दौरा वहा से भगा दिया गया व गोलीबारी भी कर दी।जिसमें नुनु पासवान की पत्नी मीता देवी की मौत गोली लगने से हो गई थी और कई लोग घायल हुए थे।वही लखींद्र पासवान ने बताया की महंत ने प्रशाशन को मिलाकर मामला को दबा दिया।लेकिन इधर महंत के द्वारा उक्त भूमि पर अवैध मिट्टी कटाई कर मिट्टी बेच कर गड्ढा किया जा रहा है।इसी को लेकर मंगलवार को हमलोग ने जमीन पर कब्जा के लिए बॉस बल्ला लेकर घर बनाने के लिए पहुंच गए है व स्थल पर बॉस बल्ला से घेर कर मौके पर अभी भी मौजूद है।मामले को लेकर प्रभारी सीओ संतोष कुमार श्रीवास्तव ने महादलित परिवार के लोगों को आश्वासन दिया की शनिवार को चकमेहसी थाना परिसर में जिला प्रशासन के पदाधिकारियों के बीच मामले का निपटारा किया जायेगा तब तक जमीन पर कोई निर्माण पर रोक रहेगी।इसके बावजूद महादलित परिवार के लोग स्थल पर जमे है।महादलित परिवार के लखींद्र राम,अजीत राम,सकिंद्र राम,विनोद पासवान,विजय पासवान,राजू सदा,दिनेश मल्लिक आदि लोगों ने प्रशाशन से अविलंब जमीन पर कब्जा दिलाने की मांग की है।अन्यथा जमीन पर से नही हटने की चेतावनी दी है।इधर दूसरे पक्ष के मंदिर के महंत अजीतेश्वर दास ने बताया की वर्ष 2002 में ही जिला उपसमाहर्ता के द्वारा सभी बासगीत पर्चा निरस्त कर दिया गया था।लोग जानबूझ कर विवाद खड़ा कर रहा है।समाचार प्रेषण तक दोनों पक्षों में तनाव को देखते हुए थाना अध्यक्ष चंद्रकिशोर टुडू पुलिस बल के साथ कैंप कर रहे थे।

Edited By :- savita maurya

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