कस्तूरबा गांधी विद्यालय मोतिहारी में सामग्री आपूर्ति चढ़ा भ्रष्टाचार की भेट होगी जाँच
कस्तूरबा गांधी विद्यालय मोतिहारी में सामग्री आपूर्ति चढ़ा भ्रष्टाचार की भेट होगी जाँच

जे टी न्यूज़, मोतिहारी
मोतिहारी कस्तूरबा गांधी विद्यालय में सामग्री आपूर्ति की भ्रष्टाचार में संलिप्त आर पी कुशवाहा, सन लिप्त कंप्यूटर ऑपरेटर की होगी जांच। मोतिहारी शिक्षा विभाग में कस्तूरबा गांधी विद्यालय में 27 कस्तूरबा गांधी विद्यालय सामान आपूर्ति एवं क्राइम में भारी भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। शिकायत मिलने पर राज्य परियोजना निदेशक पटना ने डीईओ को क्रेवर समाधि आपूर्ति में बढ़ती जा रही गड़बड़ी की जांच कर कार्रवाई का निर्देश दिया है। निदेशक के पत्र के बाद विभाग में खलबली मची हुई है। सूत्रों की माने तो कस्तूरबा गांधी विद्यालय में समाना पूर्ति के लिए होने वाले टेंडर 3 वर्षों में पदाधिकारी व संवेदक के मिलीभगत से नहीं हुआ है। विभाग खानापूर्ति के लिए टेंडर तो निकालती है लेकिन आज तक पूरी नहीं होने की प्रक्रिया रद्द कर दिया जाता है। इसके बाद विभाग व कथित संवेदक मिलीभगत करके भ्रष्टाचार देव रिश्वतखोरी का खेल शुरू करता है ,वैसे तो जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति करने में मोतिहारी शिक्षा विभाग को महानता हासिल है वैसे ही आंगनबाड़ी के नाम पर स्कूल में खिलौना खरीदारी से लाखों रुपए गड़बड़ी का मामला प्रकाश में आने के बाद भी कोई ठोस जांच की प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी और इस मामले में पदाधिकारी व कार्यालय की आरती कुशवाहा की चांदी कट रही है। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद से राज्य परियोजना निदेशक ने मोतिहारी जिला के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में सामग्री आपूर्ति वक्र में गड़बड़ी की जांच का निर्देश जिओ को पत्रांक 6666 के अनुसार आवेदन कर्ता सुधीर कुमार सिंह ने कस्तूरबा विद्यालय में सामग्री आपूर्ति वक्र में भारी भ्रष्टाचार एवं घोटाला का शिकायत किया गया है। आवेदन में आरोप लगाया गया है कि एक ही व्यक्ति के द्वारा कई वर्षों से 27 को कस्तूरबा विद्यालय में सामग्री की आपूर्ति विभागीय पदाधिकारी के मिलीभगत एवं रिश्वतखोरी एवं भ्रष्टाचार घोटाला की आरोप लगाया है। जिस फर्म के नाम पर सप्लाई किया जाता है वह एक कार्यालय कर्मी के पिता के नाम पर अंकित ह। निदेशक के जांच के आदेश के बाद विभाग में हड़कंप मचा हुआ है और इस पर तत्काल प्राथमिकी दर्ज करने हेतु पदाधिकारी पर दबाव बन रहा है। आखिर किस नियम के तहत उसी राशि लूट की छूट दी गई है वही विगत 15 माह से अनुदेशकों का भी भुगतान नौकर के राशि लूटने की योजना संभाग प्रभारी आरपी कुशवाहा एवं कंप्यूटर ऑपरेटर व जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार घोटाले बाजू का अड्डा बनाया हुआ है।

