दों सूत्री मांग को लेकर आम नागरिक मंच जयनगर एवं खाताधारियों सहित विभिन्न राजनीतिक दलों ने सहारा इंडिया बैंक के खिलाफ किया विशाल धरना प्रदर्शन

दों सूत्री मांग को लेकर आम नागरिक मंच जयनगर एवं खाताधारियों सहित विभिन्न राजनीतिक दलों ने सहारा इंडिया बैंक के खिलाफ किया विशाल धरना प्रदर्शन

जेटी न्यूज,मधुबनी

जयनगर सहारा इंडिया बैंक के द्वारा खाताधारियों को अविलम्ब भुगतना करने व पड़तारित से मरने वाले लोगों के परिजनों को 25 लाख रुपया मुआवजा ,सरकारी नौकरी देने की मांग को लेकर धरना दिया गया। जिसमे सैकड़ों लोगों शामिल हुए। स्थान पर आम नागरिक मंच के संयोजक कैलाश पासवान के अध्यक्षता में आयोजित किया गया और संचालन अरविंद तिवारी ने किए। आयोजित सभा को संयोजक कैलाश पासवान सहित अन्य वक्ताओं ने संबोधित करते हुए कहा सहारा इंडिया प्राइवेट बैंक जयनगर में इस क्षेत्रों के हजारों गरीब मजदूर व छोटा- छोटा व्यापारी मेहनत मजदूरी से तथा अपना पेट काट कर अपने लड़की की शादी तथा अन्य जरूरत के कार्यो हेतु कई वर्षों से इस क्षेत्रों के हजारों परिवारों ने रुपैया जमा किए हैं । सहारा इंडिया बैंक पर सरकार के द्वारा नियंत्रण होने के बाद खाताधारियों को पैसा का भुगतान बैंक के द्वारा बंद कर दिया गया था। लेकिन खाताधारियों को सरकार के द्वारा भुगतान करने की आदेश देने व मैच्योरिटी अवधि पूरी होने के बावजूद सहारा इंडिया जयनगर के द्वारा भुगतान नहीं किया जा रहा है। जिसके कारण खाताधारियों को बेटी की शादी-विवाह एंव विभिन्न तरह के जरूरत के कार्यों से बाधित होना पर रहा है। और खाताधारी मानसिक रूप से परेशान हो चुके हैं। जिसके कारण बैंक में प्रति दिन सैकड़ो लोगों के द्वारा हंगामा होता रहता रहता है। खाताधारियों को भुगतान को लेकर आंदोलन को चरणबद्ध चलने की घोषणा किए। मांग पत्र अनुमंडल पदाधिकारी जयनगर, जिलाधिकारी मधुबनी, मुख्यमंत्री बिहार को भेजा गया। धरना में सैकड़ों लोगों ने शामिल हुए और अपना कागज़ात के छाया प्रति जाम किए। सभा को भाकपा माले के प्रखंड सचिव भूषण सिंह, धीरेंद्र झा,रंजीत गुप्ता, विजय अग्रवाल, शशि भूषण प्रसाद, शिव शंकर ठाकुर, राजकुमार सिंह, रामचंद्र साह, गणेश पासवान, नरेन्द्र कुँवर,शिवू गुप्ता, शिवजी पासवान,सखा खातुन, रेणु देवी, शुशीला देवी, प्यारी देवी, प्रमिला देवी, मालती देवी , पुरुषोत्तम गुप्ता,। हमारी मांगे: मैच्योरिटी अवधि पूरी होने वाले सभी खाताधारियों को राशि भुगतान करें। सहारा इंडिया के द्वारा भुगतान नही करने के कारण खाताधारी मानसिक रूप से प्रताड़ित होने से किसी प्रकार की मौत होने पर बैक के उपर हत्या का मुकद्दमा दर्ज करें और उनके परिवार को 25 लाख रुपया मुआवजा तथा सरकारी नौकरी देने की गारंटी करें।

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