योगीआदित्यनाथ का भव्य समारोह मेंराजतिलक-खबरीलाल
योगीआदित्यनाथ का भव्य समारोह मेंराजतिलक-खबरीलाल

हमारा इतिहास साक्षी है कि भारत राजनीति में उत्तर प्रदेश की भुमिका अंहम होती है। हाल के दिनों सम्पन्न हुए पाँच राज्यों के विधान सभा के चुनाव में सत्तारुढ़ भाजपा की चार राज्यों में ऐतिहासिक विजय हुई है।इन चार राज्यो में से सबसे महत्वपूर्ण राज्य उत्तर प्रदेश है, क्योंकि दिल्ली दरबार के सिंघासन का रास्ता लखनऊ से हो कर जाता है।जिसका प्रत्यक्ष प्रमाण शुक्रवार की भव्य शाम अटल विहारी बाजपेई स्टेडियम में योगी के राज तिलक भव्य समारोह में देश के प्रधान मंत्री,गृहमंत्री,रक्षा मंत्री कई राज्यपाल कई राज्यो के मुख्य मंत्री राजनयिक,राजनीतिज्ञ विशेषज्ञ आदि की उपस्थित रही। मौका था ,योगी आदित्यनाथ के द्वितीय पारी के सपथ ग्रहण समारोह के साक्षी बनने का स्वर्णिम अवसर। ऐसे में राज्य के कई नेताओं के समर्थको के खेमो में खुशी था तो वही दुसरी खेमें में गम का माहोल था क्योकि -योगी जी के पार्ट -2 के नये मंत्रिमंडल से कई पुराने मंत्रीयो को जगह नही मिल पाया है। इनमें डॉ. दिनेश शर्मा,आशुतोष टंडन सतीश महाना,श्रीकांत शर्मा सिद्धार्थनाथ सिंह,महेंद्र सिंह रामनरेश अग्निहोत्री,जय प्रताप सिंह,नीलकंठ तिवारी नीलिमा कटियार,अशोक कटरिया
श्रीराम चौहान,मोहसिन रजा
मनोहर लाल,मुन्नू कोरी,सुरेश कुमार पासी,अनिल शर्मा
महेशचंद्र गुप्ता,डा.जीएस धर्मेश
लाखन सिंह राजपूत,चौधरी उदय भान सिंह,रमाशंकर सिंह पटेल
जय कुमार सिंह जैकी वअतुल गर्ग

योगीराज पार्ट-2 : के नए मंत्रिमंडल की टीम में जिन्हे सामिल किये गये है उनमें जाति समीकरण का विशेष ध्यान रखा गया है। जिसकी तस्वीर इस प्रकार है।21 सवर्ण,20 ओबीसी, 9 दलित,एक मुस्लिम,एक सिख ।सर्व विदित रहे कि आदित्यनाथ ने देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के चहुंमुखी विकास के लिए जैसे ही मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर प्रदेश की राजनीति में इतिहास रच दिया।वे लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री बने।पांच साल का कार्यकाल पूरा कर चुनाव की अग्निपरीक्षा में खरा उतरने के बाद प्रदेश की सत्ता के सिंघासन संभालने वाले वे इकलौते मुख्यमंत्री बन गए है,योगीराज 2.0 में भी दो उप मुख्यमंत्रियों ने शपथ ली है। सबसे चोकाने वाली बात यह है कि हार के बावजूद केशव प्रसाद मौर्य के कद को बरकरार रखा गया है।वहीं पूर्व में कानून मंत्री रहे ब्रजेश पाठक का कद बढ़ाते हुए नया उप मुख्यमंत्री बनाया गया है। डॉ. दिनेश शर्मा को इस बार कैबिनेट में जगह नहीं मिली है। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने योगी के साथ 52 मंत्रियों को शपथ दिलाई।इनमें 18 कैबिनेट मंत्री,14 स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री और 20 राज्यमंत्री हैं।खास बात यह है कि इनमें 31 नए चेहरे हैं। नए मंत्रिमंडल के सामने नए संकल्प और लक्ष्य हैं।दो साल बाद ही लोकसभा का चुनाव 2024 में होना है।योगी की नई टीम के सामने सुशासन को सुदृढ़ करने के साथ वर्ष 2024 की बड़ी चुनौती रहेगी।नये मंत्रि मण्डल में जाति समीकरण का विशेष ध्यान में रख कर बनाया गया है।नये मंत्रीमंडल में ओबीसी वर्ग के 20,एससी – 8,मुस्लिम-1,सिख -1,एसटी-1,ब्राह्मण- 7,ठाकुर-7,वैश्य -3भूमिहार – 2,खत्री-1,कायस्थ -1आजाद अंसारी बनाए गए जो इकलौते मुस्लिम मंत्री।दो डिप्टी सीएम समेत 52 मंत्री भी शपथ ली।दो उप मुख्य मंत्री के रूप में लखनऊ कैंट से विधायक ब्रजेश पाठक उपमुख्यमंत्री बना ये गये केशव प्रसाद मौर्य चुनाव हारने के बाद भी उपमुख्यमंत्री बनें है। जिसे राजनीतिज्ञ के पंडित यो में चर्चा व चिन्तन का विषय बना हुआा है ।योगी आदित्यनाथ ने शपथ से पहले शुक्रवार सुबह अपने सभी भावी मंत्रियों को चाय पर बुलाया।इसके बाद विधायकों की आमद के साथ ही मंत्रियों के नाम से भी धीरे-धीरे पर्दा उठने लगा। कुछ विधायकों ने बाहर आकर इसका खुलासा भी किया कि फोन के बाद उन्हें शाम को मंत्री पद की शपथ की सूचना दी गई है।योगी आदित्यनाथ की सरकार में इकलौते मुस्लिम मंत्री मोहसिन रजा के स्थान पर अब दानिश आजाद अंसारी होंगे।उन्हें राज्यमंत्री बनाया गया है।दानिश छह साल तक भाजपा के छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ता रहे है।योगी आदित्यनाथ के दोबारा मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।उन्होंने कहा कि शपथ सिर्फ सरकार बनाने की नहीं,जनता की सच्ची सेवा की भी लेनी चाहिए।उन्होंने ट्वीट किया कि नई सरकार को बधाई कि वो सपा के बनाए स्टेडियम में शपथ ले रही है।शपथ सिर्फ सरकार बनाने की नहीं, जनता की सच्ची सेवा की भी लेनी चाहिए।

विधान सभा जीत का इनाम:40 में से 33 सीटें देने वाले ब्रज क्षेत्र को मिला जीत दिलाने का इनाम, चार कैबिनेट समेत सात मंत्री बनाये गये है।यूपी विधानसभा चुनाव में भाजपा के ब्रज में अच्छे प्रदर्शन का परिणाम आज योगी सरकार 2.0 में भी नजर आया। ब्रज से चार कैबिनेट समेत सात मंत्री बनाए गए हैं, जबकि पिछली बार सरकार गठन के समय चार विधायकों को मंत्रिमंडल में स्थान मिला था।वही दिलचस्प बात यह है कि उत्तराखंड के राज्यपाल पद से इस्तीफा देकर आईं बेबीरानी मौर्य (आगरा ग्रामीण),योगेंद्र उपाध्याय (आगरा दक्षिण), चौधरी लक्ष्मीनारायण (छाता, मथुरा) और जयवीर सिंह (मैनपुरी सदर) को इस बार कैबिनेट मंत्री बनाया गया है।वहीं अतरौली से विधायक और कल्याण सिंह के पौत्र संदीप सिंह के साथ ही आगरा निवासी एमएमसी धर्मवीर प्रजापति को राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार तथा अलीगढ़ की खैर सुरक्षित सीट से निर्वाचित अनूप वाल्मीकि को राज्यमंत्री बनाया गया है।ब्रज क्षेत्र में आने वाले आगरा-अलीगढ़ मंडल की 40 में से 33 सीटें जीतकर भाजपा ने इस बार सबको चौंकाया था।किसान आंदोलन समेत कई मुद्दों के चलते इलाके में बड़े नुकसान की आशंका भाजपा को थी,

योगी आदित्यनाथ जी के प्रथम पारी के ससक्त छवि को लेकर उत्तर प्रदेश की जनता की उम्मीदें काफी है ‘ जनता के कसौटी पर कितने खरे उतरेंगे यही अभी अतित के गर्भ में है ‘ हालाकि इच्छा शक्ति के प्रखर छवि वाले व्यक्ति के नाम से भारतीय राजनीति में जाना जाता है जिसकी झलक सपथ ग्रहण के दुसरे दिन नये मंत्रिमण्डल के दो बैठक में देखने को मिली ‘ राज्य के जरूरत मंद लाभार्थी को अनाज को उपलब्धता सुनिश्चित करने की घोषणा काफी है हालाकि इसके पीछे राजनीति मंशा भले ही कुछ हो ‘ क्योंकि 2024 में लोक सभा के आम चुनाव होने वाले है। हालाकि दबी जुबान से मिशन 2024 के लिए युद्ध स्तर पर तैयारी कर दी है ताकि उत्तर प्रदेश आगामी लोक सभा के चुनाव में भगवा विजय श्री का रथ का पथ तैयार कर योगी जी मोदी राज तिलक में अपनी अंहम भूमिका निभा सके
फ़िलहाल आप सें यह कहते हुए विदा लेते है-ना ही काहूँ से दोस्ती,ना ही काहूँ से बैर।
खबरीलाल तो माँगे सबकी खैर ।। फिर मिलेंगे तीरक्षी नजर से तीखी खबर के संग आप से मिलेगे . तब तक के अलविदा ।
प्रस्तृति / लेखक
विनोद तकियावाला
स्वतंत्र पत्रकार व स्तम्भ कार
मेल आई डी – [email protected]


