क्या पटना का पारस अस्पताल लालू यादव को मारने की साजिस तो नहीं कर रहा था

जे टी न्यूज़
पटना, बिहार : आपको को जान कर हैरानी होगी की पटना का पारस अस्पताल लालू यादव को मारने की साजिस तो नहीं कर रहा था जी बिलकुल सही सुना अपने क्युकी जब लालू यादव को पटना के पारस अस्पातल में इलाज के लिए रखा गई तो उनकी हालत बिगड़ती चली गई लेकिन जब उन्हें दिल्ली के अखिल भारतीय आयर्विज्ञान संसथान लाया गया तो महज २४ घंटे में वो मुस्क़ुरते नजर आए।

खुद उठ कर बैठे और खाना भी खाया। आखिर बिहार सराकर क्यों नहीं ऐसे आदमखोर अस्पतालों को बंद करवा रहे आखिर क्या है इसके पीछे का सच। बिहार में पारस नामक अस्पताल मौत के सौदागर के रूप में 2 वर्षों में चर्चा में लगातार आ रही है, क्योंकि बिहार के मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह की मौत पारस अस्पताल में हुई थी

जबकि बिहार सरकार के मुख्य सचिव का भी इलाज के क्रम में हुई मौत की जांच आज तक नहीं किए जाने के पीछे भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में जो बिभाग है उस बिभाग में भ्रष्टाचा, अत्याचार और शोषण की कार्रवाई होने की भी जोड़ों पर चर्चा है। जिस राज्य के मंत्री विधायक और मुख्य सचिव का इलाज उचित नहीं हो सकता एक आम लोगों के साथ क्या इलाज किया जाता होगा यह तो मंगल पांडे ही बताएंगे या भगवान ही उदाहरण के तौर पर बिहार के

पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष गरीबों के मसीहा लालू प्रसाद के इलाज के क्रम में ही यह मामला सामने आने लगा था कि लालू जी की सेहत दिन प्रतिदिन खराब होते गया बिहार के जनता की आवाज में लालू प्रसाद को दिल्ली एम्स ले जाया गया जहां 24 घंटे में स्थिति काफी सुधर गई लोगों में यह भी चर्चा है कि एक साजिश की तहत इन्हें हत्या करने की साजिश पारस अस्पताल में रची जा रही थी।

शायद दिल्ली नहीं जाते एम्स में तो आज बिहार के शेरे बिहार हम लोगों के बीच में नहीं पाते। अप्पन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष दीपक प्रसाद गुप्ता ने बिहार में तमाम पारस यूनिट को बंद करने की मांग की है और मुख्य सचिव के मौत के लिए जिम्मेवार ठहराया है।

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