डाकघरों के काउंटर पर यूपीआई भुगतान ने पकड़ा जोड़ ग्राहकों को भा रहा है ‘क्यूआरकोड’ से डिजिटल पेमेंट ” : शैलेश .
डाकघरों के काउंटर पर यूपीआई भुगतान ने पकड़ा जोड़
ग्राहकों को भा रहा है ‘क्यूआरकोड’ से डिजिटल पेमेंट ” : शैलेश .
डाकघरों के काउन्टर पर यूपीआई पेमेंट शुरू
डिजिटल मोड में क्यूआर कोड से भुगतान कर इस सेवा का ज्यादा से ज्यादा लाभ ” : शैलेश .

जे टी न्यूज़
पूसा , समस्तीपुर : डिजिटल मार्केटिंग और प्रतिस्पर्धा की दौड़ में डाक विभाग भी कदम से कदम मिलाकर चल रहा है , और इस कड़ी में डाक विभाग ने यूपीआई पेमेंट सिस्टम प्रारम्भ कर दिया है। अब समस्तीपुर डाक प्रमंडल अंतर्गत प्रधान डाकघर, सभी उपडाकघर तथा शाखाडाकघर के काउंटर पर रजिस्ट्री , स्पीडपोस्ट , पार्सल आदि करने वाले ग्राहकों को छुट्टे पैसों की समस्या से बचने के लिए डाक विभाग ने सभी डाकघरों के काउंटर पर ‘क्वीक़ रिस्पॉन्स कोड’ लगाया है , जिसके माध्यम से हमारे सभी ग्राहक यूपीआई आधारित डिजिटल भुगतान कर सकते हैं।

इस आशय की जानकारी समस्तीपुर डाक प्रमंडल के मार्केटिंग एक्सक्यूटिव सह डाकपाल पूसा ने उपस्थित सभी ग्राहकों को दी। श्री शैलेश ने आगे बताया कि डाकघरों के काउंटर पर रजिस्ट्री / स्पीडपोस्ट / पार्सल आदि करने वाले ग्राहकों और डाक घर के काउंटर पर कार्य करने वाले कर्मियों को रोजाना छुट्टे पैसे की समस्या से रू-ब-रू होना पड़ता था। जिसे दूर करने के लिए और भारत सरकार की ‘डिजिटल इंडिया’ कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु डाक विभाग ने यह सार्थक कदम उठाया है और जिसे आज की युवा पीढ़ी तथा डिजिटल रूप से जागरूक सभी ग्राहक काफी पसंद कर रहे हैं। बताते चले कि डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने हेतु 3 सितंबर 2018 को माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की पहल पर तात्कालिक माननीय संचार मंत्री श्री मनोज सिन्हा जी की उपस्थिति में देश के इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक की 650 शाखा और 3250 एक्सेस पॉइंट की शुरुआत की गई थी जिसका उद्घाटन दिल्ली के ताल कटोरा स्टेडियम से माननीय प्रधान मंत्री जी ने किया था तथा वर्तमान में अब देश के तमाम डाकघरों पर यह सुविधा भी उपलब्ध है।

कार्यक्रम के अंत में डाकपाल शैलेश कुमार सिंह ने ग्राहकों से डाकघरों पर उपलब्ध इस डिजिटल सेवा का ज्यादा से ज्यादा लाभ लेने की अपील की। इस अवसर पर डाक सहायक विनोद कुमार, अमन कुमार, अरुण कुमार श्रीवास्तव, राम जिनिस राय, चन्द्रमणि प्रसाद भोला, प्रमोद कुमार, भुबनेश्वर कुमार, राजदीप कुमार, महेश कुमार आदि शामिल थें।
