डीएम ने स्वास्थ्य विभाग की कि समीक्षा बैठक
डीएम ने स्वास्थ्य विभाग की कि समीक्षा बैठक
सभी को गए कई दिशा निर्देश
जे टी

सासाराम (रोहतास) डीएम धर्मेंद्र कुमार की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षात्मक बैठक का आयोजन समाहरणालय के डीआरडीए के सभागार में किया गया।
बैठक में स्वास्थ्य से संबंधित सभी सूचकांको की समीक्षा पीपीटी के माध्यम से किया गया। डीएम द्वारा टेलीकॉन्सल्टेंसी से जुड़े डॉक्टरों को कड़े निर्देश दिए गये कि राज्य द्वारा दिये गए लक्ष्य के अनुसार कार्य करें नहीं तो कारवाई के लिए तैयार रहे।500 से कम कंसल्टेंसी करने वाले डॉक्टर को चिन्हित करते हुए कारवाई करने का निर्देश दिया। जिला पदाधिकारी ने वैसे डॉक्टरों को भी कारवाई करने का निर्देश दिया जो एक महीने में 500 से कम ओपीडी करते हैं।

उन्होंने सिविल सर्जन को अपने स्तर से इसपर निगरानी रखने का निर्देश दिया। संस्थागत प्रसव, परिवार नियोजन कार्यक्रम, सिजेरियन ऑपरेशन आदि की उपलब्धि में आवश्यक सुधार करने का भी निर्देश सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को दिया। जिला पदधिकारी ने सभी मोइक, बीएचएम, बीसीएम को निर्देश दिया कि सभी स्वास्थ्य उपकेन्द्र सही समय पर खुलना चाहिए। इसकी प्रतिदिन निरीक्षण किया जाय। उपविकास आयुक्त ने निर्देश दिया कि आप के माध्यम से इसकी मॉनिटरिंग की जाय। आज की बैठक में 16 स्वास्थ्य संस्थान जिन्हें राज्य स्तर से कायाकल्प अवार्ड मिला है। उनको भी जिला पदधिकारी द्वारा समानित किया गया। 2020 -21 में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र द्वारा पूरे राज्य में प्रथम स्थान प्राप्त किया गया था। उसके लिए बीएचएम कौशलेंद्र शर्मा और मोइक डॉ राजीव कुमार को मोमेंटो देकर समानित किया गया।

दावत, बिक्रमगंज, डिहरी, करहगर, शिवसागर, कोचस, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के रूप में बी और मोइक को सम्मानित किया गया। जबकि एचओडब्ल्यू डब्लू के रूप में घुसियाकला और नोनहर के सीएचओ को समानित किया गया। सभी को
समानित करते हुए जिला पदाधिकारी ने कहा कि यह जिले के लिए एक अच्छा काम हुआ है। परंतू अभी भी और अच्छा काम किया जाना है।
बैठक में उपविकास आयुक्त, सिविल सर्जन, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, डीआईओ,डीपीएम, डीसीएम, डीपीसी और सभी एमओआईसी, उपाधीक्षक, बीएचएम, बीसीएम जीविक डीपीएम, सभी सीडीपीओ आईसीडीएस, डीपीओ एडुकेशन आदि उपस्थित हुए।


