बिहार के समस्तीपुर जिले में अपराधी का तांडव*, मोहनपुर थानेदार की गोली मारकर हत्या, आंख के पास लगी थी गोली
*बिहार के समस्तीपुर जिले में अपराधी का तांडव*, मोहनपुर थानेदार की गोली मारकर हत्या, आंख के पास लगी थी गोली
*जब जिले में थानेदार की ही हत्या होने लगे तो ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि कैसे आम जनता रहेगी सुरक्षित ?*

जेटीन्यूज़
समस्तीपुर: बिहार के समस्तीपुर जिले में अपराधियों का तांडव एक बार फिर देखने को मिला है। इन दिनों बेखौफ अपराधियों ने मोहनपुर थानेदार नंदकिशोर प्रसाद यादव को छापेमारी के दौरान गोली मारकर जख्मी कर दिया. गंभीर हालत में उनको बेगूसराय के एक निजी क्लिनिक में भर्ती कराया गया था. वहीं इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई है. थानेदार को गोली लगने की खबर से पूरे पुलिस महकमें में हड़कंप मचा गया था. अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस के द्वारा छापेमारी की गई. घटना दलसिंहसराय बाईपास रोड शाहबाजपुर के पास की बताई जा रही है.
imo
वहीँ प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार की रात सूचना मिली कि कुछ मवेशी चोर क्षेत्र में आए हुए हैं, जो घटना करने की फिराक में हैं. एक मोबाइल नंबर के आधार पर वह कार्य कर रहे थे. सूचना मिलने के बाद थानाध्यक्ष ने पड़ोसी थाना को सूचना दी. सूचना के बाद पड़ोसी थाना ने तीन मवेशी चोर को एक ट्रक और एक पिकअप गाड़ी के साथ पकड़ने में कामयाब रही. मोहनपुर थानाध्यक्ष सभी चोर से पूछताछ में जुट गए. पूछताछ के दौरान उन्हें एक गैंग के बारे में जानकारी मिली. जानकारी मिलने के बाद वह टीम के साथ उसे पकड़ने दलसिंहसराय के पांड गांव आ रहे थे, जहां बीच रास्ते ही उजियारपुर के शहबाजपुर गांव के समीप सड़क किनारे खड़े पांच से दस की संख्या में मौजूद चोरों ने पुलिस के ऊपर गोली चलाना शुरू कर दी.
गोलीबारी के बीच एक चोर भी पकड़ा गया. वहीं, चोरो की ओर से चलाई गई एक गोली ओपी थानाध्यक्ष के आंख के ऊपर सिर में जा लगी. वह गंभीर रूप से जख्मी हो गए. घायल थानाध्यक्ष को दलसिंहसराय अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर स्थिति में रेफर कर दिया. पुलिस उन्हें बेहतर इलाज के लिए बेगूसराय के एक निजी क्लिनिक में भर्ती कराया. वहां के चिकित्स्कों ने भी पटना एम्स रेफर कर दिया. पटना एम्स ले जाने के दौरान रास्ते में मौत हो गई. वहीं, पुलिस ने गोलीबारी वाली जगह से कुछ गोली और एक गमछा भी बरामद किया है, जिसमें गोली बांधकर रखी गई थी.
इस संबंध में जिले में एसपी विनय तिवारी ने बताया कि घटना में शामिल चोरों की पहचान करते हुए उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीम सभी संभावित जगहों पर छापेमारी कर रही है. जल्द ही घटना में शामिल चोरों को पकड़ते हुए कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी.

वहीँ दबे जान स्थानीय लोगों ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि जिले के एसपी ना जिलाधिकारी कभी किसी का फ़ोन रिसिब ही नहीं करते,एसपी साहब तो सस्ती लोकप्रियता पाने के लिए कुछ भी करने को तैयार हो जाते,ऐसे में क्राइम कण्ट्रोल कहा से होगा। कई लोग तो एसपी के कार्यप्रणाली पर ही सवाल उठाने लगे हैं । बरहाल इस घटना से पूरे पुलिस महकमे में खलबली मची हुई है ।



