जे टी न्यूज हो बाहु बल जो पाश में तो बांघो धरा एक बार में हो चेतना जो केन्द्रित विजित हो संसार में हो ज्ञान जो मानस पटल पर जीवंत करो समाज को उठो, ओ कलयुग के धनंजय तुम बदलो अंध स्वार्थी इंसान को बस और न हो विध्वंस, हिंसा बस विकास ही विकास हो पर अधर्म के नाश को ले लो पताका घर्म की और चढ़ा प्रत्यंचा ज्ञान की हर हो सारे विकार को वर्षा सरन@
हो बाहु बल जो पाश में
तो बांघो धरा एक बार में
जे टी न्यूज
हो बाहु बल जो पाश में
तो बांघो धरा एक बार में
हो चेतना जो केन्द्रित
विजित हो संसार में
हो ज्ञान जो मानस पटल पर
जीवंत करो समाज को
उठो, ओ कलयुग के धनंजय
तुम बदलो अंध स्वार्थी इंसान को
बस और न हो विध्वंस, हिंसाब
स विकास ही विकास हो
पर अधर्म के नाश को
ले लो पताका घर्म की
और चढ़ा प्रत्यंचा ज्ञान की
हर हो सारे विकार को
वर्षा सरन@