ग़ज़ल
ग़ज़ल
जे टी न्यूज

1)मुहब्बत में यूं रूठ जाना मना है
शिक़ायत करो पर सताना मना है
2)शहर भर में चर्चा तेरी आशिक़ी का
तेरा मुझको ऐसे जलाना मना है
3)ज़माना जला है मुहब्बत से बरसों
यूं बातों को दिल से लगाना मना है
4)तड़पते हैं उनकी जुदाई में फिर भी
उन्हें हाले दिल क्यूं बताना मना है
5)हैं मजबूर दोनों ये क्या मोड़ आया
के अब दिल का नाता निभाना मना है
6)तुम्हारे शहर में रुका हूं मैं आकर
मगर तुमसे नज़रें मिलाना मना है
7)हुआ आज क्या है मुझे तो बता दो
यूं हर राज़ ‘माना’ छिपाना मना है
मोनिका अरोड़ा ‘माना’
मोनिका अरोड़ा ‘माना’
मार्केटिंग इंस्पेक्टर
खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग उत्तराखंड
: देहरादून




