कुलपति व अन्य अधिकारियों से होगी वसूली *आखिर इतने बड़े कांड के जिम्मेदार कौन? कहीं राजभवन इसमें संलिप्ता तो नहीं ?*
कुलपति व अन्य अधिकारियों से होगी वसूली
Un aspecto interesante sobre la salud masculina es que muchos hombres experimentan problemas relacionados con la función sexual a lo largo de sus vidas. De hecho, se estima que una de cada cuatro personas que buscan tratamiento para esta condición son menores de 40 años. Aunque existen diversas causas para estos problemas, desde factores psicológicos hasta afecciones médicas, la conversación abierta sobre el tema es esencial para el bienestar. Algunos hombres pueden buscar tratamientos como el medicamento que se puede obtener al “, aunque es importante consultar a un médico antes de tomar cualquier decisión. La educación y el apoyo son fundamentales para abordar este tema común y sensible.
*आखिर इतने बड़े कांड के जिम्मेदार कौन? कहीं राजभवन इसमें संलिप्ता तो नहीं ?*

जेटीन्यूज़
समस्तीपुर : बीआर ए बिहार विश्वविद्यालय में अंकेक्षण के दौरान भारी अनियमितता को लेकर कुलपति समेत कई अधिकारियों पर प्राथमिक का शोर अभी थमा भी नहीं था कि अभी ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में भी उच्च अधिकारियों के द्वारा सरकार के वित्तीय नियमन की व्यवस्था को धता बताकर अपने लाभ के लिए विभिन्न प्रकार के भत्ता लेने का मामला उजागर हुआ है। आखिर भ्रस्टाचार की जड़े इतनी मजबूत कहाँ से हो रही है? ये बहुत बड़ा सवाल है जिसका उत्तर खोजना अत्यंत जरूरी होता जा रहा है । हालांकि दबे जवान राजभवन पर भी लोगों की उंगली उठने लगी है,आखिर क्यों ना उठे। हालांकि ताजा मामले को लेकर ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कार्यवाहक कुलपति प्रोफेसर सुरेंद्र प्रसाद सिंह ,निवर्तमान प्रति कुलपति डोली सिन्हा, वित्त पदाधिकारी राजन कुमार सिन्हा, का वेतन रोकने के साथ ही उनके द्वारा प्राप्त की गई विशेष भत्ता मद में निर्धारित सीमा से अधिक राशि लिए जाने की वसूली का आदेश दिया गया है ।
कुलपति समेत दोनों अधिकारियों का अगस्त माह से वेतन रोक दिया गया है । इससे पहले ज्ञात हो कि कुलपति द्वारा विशेष भत्ता के रूप में ₹5000 की जगह ₹12000 लिए गए । तय भत्ता से अधिक लेने में प्रतिकुलपति का भी नाम दर्ज है।साथ ही वित्त प्रभारी से भी सर्वाधिक वसूली की बात की जा रही है। हालंकि किस अधिकारी ने नियम विरुद्ध अधिक लिया है इसका ब्यरो कुलसचिव कार्यालय को अभीतक प्राप्त नहीं हो सकी है । यहां बता दें कि वेतन के साथ पेंशन लेने वाले विश्वविद्यालय के कुलपति और वित्त पदाधिकारी व प्रतिकुलपति से राशि वसूली जाएगी। अतिरिक्त राशि की गणना कर वसूली सुनिश्चित करने को लेकर विभागीय कार्रवाई चल रही है। उच्च शिक्षा विभाग की निदेशक रेखा कुमारी ने राज्य के सभी विश्वविद्यालय के साथ साथ मिथिला विश्वविद्यालय के कुल सचिव को सेवानिवृत्ति के बाद कुलपति और प्रति कुलपति के पद पर नियुक्त होकर कार्यरत व्यक्तियों के वेतन आदि भुगतान एवं उपार्जित अवकाश के संबंध में दिशा निर्देश निर्गत किया गया था। पत्र में उल्लेख किया गया था कि राजभवन के पत्र में उल्लिखित निर्देशन का अनुपालन निश्चित किया जाय। इसके साथ ही विश्वविद्यालय पदस्थापित वैसे पदाधिकारी और कर्मी जो उक्त संस्थान या किसी अन्य संस्थान से सेवानिव्रित हुए हैं पत्र के अनुसार उनका देय पेंसन, उनके दे वेतन का अंश के अनुसार ही कारवाई किया जाना सुनिश्चित किया जाए । किसी भी स्थिति में इनसे पैसा वसूल किया जाय। सबसे महत्पूर्ण बात तो सामने यह निकलकर आ रही है कि आखिर इतने बड़े कांड ये लोग किसकी सह पर करते जा रहे है,एकदम नियम कानून की धज्जियां उड़ाकर आखिर कैसे काम कर रहे हैं, अब तो आलम यह है कि इस भ्रस्टाचार में राजभवन की संलिप्तता से भी इनकार नहीं किया जा सकता है क्योंकि बिना राजभवन की सहमति से इतना बड़ा गोरख धंदा नहीं चल सकता, हालांकि झंझट टाइम्स इसकी बिल्कुल भी पुष्टि नही करता है, यह जांच का विषय है ।
