भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की बिहार राज्य कमिटी ने निम्नलिखित वक्तव्य प्रेस के लिये प्रसारित किया
भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की बिहार राज्य कमिटी ने निम्नलिखित वक्तव्य प्रेस के लिये प्रसारित किया

जे टी न्यूज, पटना:
भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की बिहार राज्य कमिटी ने निम्नलिखित वक्तव्य प्रेस के लिये प्रसारित किया है।
बिहार सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षको की छुट्टियों में कटौती, उनके जनतांत्रिक अधिकारों पर रोक एवं प्रतिदिन के कार्य अवधि में बढ़ोतरी जैसे गैर जनतांत्रिक कदमों की कटु आलोचना करती है और तमाम ऐसे जनविरोधी कदमों को वापस लेने की मांग करती है।
हाल के महीनों में बिहार सरकार शिक्षक, विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत महिला कामगारों के प्रति गैर जनतांत्रिक रवैया अपनाया है, जिससे महागठबंधन विरोधी प्रमुख दल भाजपा सहित अन्य विरोधी दलों को सरकार की आलोचना का आधार मिला है।
भाजपा नेताओं ने छुट्टी में कटौती जैसे कदम को साम्प्रदायिक रंग देने की कोशिश की है और वे इसका इस्तेमाल राज्य में साम्प्रदायिक धु्रवीकरण के रूप में करना चाहते हैं।
बिहार में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की गारंटी शिक्षक संघों, आम शिक्षको, छात्र-छात्राओं एवं अभिभावकों सहित शिक्षा विदों एवं शिक्षा में सुधार के हामी व्यापक जन समुदाय को जनतांत्रिक प्रक्रिया में शामिल करके ही किया जा सकता है। इस दिशा में सरकार को तत्काल पहल लेने की जरूरत है और शिक्षा विभाग द्वारा निर्गत किये जानेवाले तुगलकी फरमान पर रोक लगाने की जरूरत है।

