छात्राओं के तालाबंदी व सड़क जाम के बावजूद 14 सूत्री मांगो में सिर्फ एक हुआ पूरा शेष की स्थिति जस की तस
छात्राओं के तालाबंदी व सड़क जाम के बावजूद 14 सूत्री मांगो में सिर्फ एक हुआ पूरा शेष की स्थिति जस की तस

जे टी न्यूज़, मधुबनी : 28 फ़रवरी को महिला कॉलेज में छात्राओं द्वारा तालाबंदी व सड़क जाम के बाद 14 मांगों में से सिर्फ एनएसपी का वेरीफिकेशन हुआ है। बाकी सभी मांग बाकी है। यदि सभी मांगों को जल्द पूरा नही हुआ तो छात्र संघर्ष समिति जेएमडीपीएल के द्वारा चरणबद्ध आंदोलन शुरू होगी, जिसकी जवाबदेही महाविद्यालय प्रशासन की होगी। मालूम हो कि 28 फरवरी 2024 को जेएमडीपीएल महिला कॉलेज मधुबनी में छात्राओं की ज्वलंत मांगों को पूरा करने को लेकर महिला कॉलेज छात्र संघर्ष समिति के छात्रा प्रकोष्ठ के द्वारा महाविद्यालय में धरना प्रदर्शन एवं तालाबंदी किया गया था ।जिसका नेतृत्व छात्र संघर्ष समिति महिला कॉलेज के अध्यक्ष खुशबू कुमारी प्रधान महासचिव राखी कुमारी उपाध्यक्ष भावना कुमारी स्नेहा कुमारी लाडली कुमारी वर्षा शर्मा प्रियंक का कुमारी के द्वारा किया गया था ।जेएमडीपीएल महिला कॉलेज मधुबनी के प्रधानाचार्य मीना कुमारी के छात्र विरोधी रवैया के कारण महाविद्यालय के सभी छात्राओं का एसएसपी का वेरिफिकेशन महाविद्यालय के द्वारा नहीं कराया गया है। जिससे महिला कॉलेज के सभी छात्राएं अगले 4 साल तक एसएसपी का फॉर्म भरने से वंचित हो गई है। प्रधानाचार्य मैडम के कारण महाविद्यालय में अराजकता का स्थिति उत्पन्न हो गई है ।

महाविद्यालय में प्रधानाचार्य मैडम सिर्फ दो ढाई घंटे के लिए ही महाविद्यालय आती है जिससे महाविद्यालय में अराजकता की स्थिति उत्पन्न हो गई है। बिहार सरकार के द्वारा बिहार के सभी महाविद्यालय में छात्र छात्राओं को वर्ग में उपस्थित 75% अनिवार्य कर दी गई है लेकिन जेएमडीपीएल महिला कॉलेज के प्रधानाचार्य के द्वारा बिहार सरकार के आदेश का उल्लंघन का वर्ग संचालन नहीं करवा रही है। महिला कॉलेज में वर्ग संचालन बिल्कुल ठप है। जिससे महाविद्यालय के छात्राओं और अभिभावकों में भारी आक्रोश है। महाविद्यालय द्वारा सभी छात्राओं का एनएससी का वेरिफिकेशन नहीं करवाया गया है जिससे महाविद्यालविश्वविद्यालय कुलपति दरभंगा को पत्र लिखा जायेगा। यदि सभी मांगों को अभिलंब पूरा नहीं किया गया तो जेएमडीपीएल महिला कॉलेज छात्र संघर्ष समिति के छात्रा प्रकोष्ठ के द्वारा महाविद्यालय में चरणबद्ध तरीके से आंदोलन किया जाएगा जिसकी सारी जवाब देही महाविद्यालय प्रशासन की होगी।



