बिहार में शराब बंदी के बाद भी इस बार निखरा होली का रंग…।

जेटी न्यूज़- संजीव मिश्रा, बिहार।

पटना

पूरे देश में मंगलवार को रंगों का त्योहार होली मनाया गया।होली की सबसे खास बात यह है कि हर धर्म और समुदाय के लोग होली का आनंद लेते हैं।

घर-घर में तरह-तरह के पकवान बनते हैं,लोग एक-दूसरे से मिलते हैं, उन्हें रंग और गुलाल लगाते हैं। बिहार में तो होली का और भी खास महत्त्व है। सुबह मिट्टी और कीचड़ से होली की शुरुआत होती है, फिर रंग और शाम में गुलाल से होली खेलने की परंपरा रही है।

अपने से बड़ों के पैर पर गुलाल रखकर लोग बड़ों का आशीर्वाद लेते हैं। दूर शहरों में रहने वाले लोग भी होली के अवसर पर अपने गांव आते हैं और अपने परिजनों के साथ रंगो के त्योहार का आनंद लेते हैं।

वक्त के साथ होली खेलने के तौर-तरीकों में काफी परिवर्तन आया, कुछ अच्छा तो कुछ बुरा।स्थिति यह हो गई कि होली भद्र लोगों का त्योहार नहीं रह गया और लोग होली में पूरे दिन अपने-अपने घरों में बंद रहने लगे। घर-मोहल्ले में, सड़कों पर लोग शराब के नशे में ऊटपटांग हरकत करते, गाली-गलौज करते और आस-पड़ोस यहां तक कि घर की महिलाओं से भी अभद्रता करते।

होली के दिन कहीं आना-जाना मुश्किल हो जाता।हर तरफ शराब के नशे में तमाशा करते लोग मौजूद रहते।यह कहा जा सकता है कि शराब ने होली के त्योहार सहित सभी त्योहारों को बदरंग कर दिया था।प्रदेश के कई जगहों से होली के दिन अनहोनी घटना की सूचना मिलती थी सो अलग। होली से एक-दो दिन पहले से एक-दो दिन बाद तक यह तमाशा चलता रहता था।

परंतु ये बेहद खुशी की बात है कि अब ऐसा कुछ देखने को नहीं मिल रहा। सार्वजनिक जगहों पर,सड़कों पर शराब पीकर तमाशा करते, गाली-गलौज करते शराबी नजर नहीं आते।अनहोनी घटना के समाचार सुनने को कम मिलते हैं और काफी हद तक महिलाओं से अभद्रता में भी कमी आई है।

एक बार फिर से लोग होली का आनंद ले पा रहे हैं। निःसन्देह इसके लिए प्रदेश की वर्तमान नीतीश सरकार बधाई की पात्र है।नीतीश सरकार का आभार कि प्रदेश में शराब बंदी हुई और लोग एक बार फिर से होली की खुशियाँ मना रहे हैं।ऐसे तो शराब बंदी को पूर्ण रूप से सफल नहीं ही कहा जा सकता है,

क्योंकि शराब की कालाबाजारी ने शराब बंदी को काफी हद तक विफल कर दिया है। परन्तु ये भी बहुत बड़ी सफलता ही है कि खुलेआम कोई शराब पीकर तमाशा करते अब नहीं दिखता। हम ये नही कहते कि बिहार में शराबबंदी पूरी तरह सफल है, किन्तु इतना तो कह ही सकते हैं लोग अब खुलेआम पीने से बचते हैं, परहेज करते हैं, इसके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार धन्यवाद के पात्र हैं।

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