लोकतंत्र के महापर्व में जम कर हुआ रुपयों का बंदरबांट : आरके राय

 लोकतंत्र के महापर्व में जम कर हुआ रुपयों का बंदरबांट : आरके राय

जे टी न्यूज, समस्तीपुर। लोकतंत्र के महापर्व लोकसभा आम निर्वाचन 2024 में समस्तीपुर जिले में निर्वाचन निविदा के नाम पर सरकारी पैसों का खुलकर के बंदर बांट किया गया है। इसमें क्रय समिति के अध्यक्ष राजेश कुमार सिंह की भूमिका संदेहास्पद है। जिन्होंने अपने खास वेंडर को फायदा पहुंचाने के लिए निविदा के नियमों को ताक पर रख दिया। जिससे करोड़ों में सरकारी राशि का नुकसान हुआ है। यह सब बेहद सुनियोजित तरीके से किया गया। निविदा की शर्तें अपने पुर्व चिन्हित वेंडर के अनुरूप किया गया तथा कई नियमों में छूट दी गई है। वही निविदा की शर्तों के अनुसार नए लोगों को निविदा से दूर रखा गया है। क्रय समिति के अध्यक्ष के साथ समस्तीपुर के होटल स्वर्ग में एक गुप्त मीटिंग की गई जिसमें सभी वेंडर के साथ दर निर्धारित किया गया और उसी दर पर सभी से निविदा डलवाया गया। जिसमें लोकसभा आम निर्वाचन 2019 में निर्धारित दर की तुलना में टेंट समियाना, विद्युत उपस्कर एवं ध्वनि विस्तारक यंत्र तथा भोजन नाश्ता आदि के मद में न्यूनतम 5 गुना से लेकर के 20 गुना एवं कंप्यूटर उपस्कर एवं सीसीटीवी कैमरा मैं दोगुना अधिक दर डाला गया है

इससे पूर्व में चुनाव के भुगतान की प्रक्रिया कम से कम चुनाव के तीन से चार महीने बाद शुरू होती रही है जबकि इस बार आनन फानन में भुगतान की प्रक्रिया चुनाव सम्पन्न होने के कुछ दिन बाद ही शुरू हो गयी। ताकि कमीशन का पैसा पदाधिकारी को अविलंब मिल सके। कमाल तो ये हुआ कि निविदा की शर्त के अनुसार वेंडरों से अनुमानित राशि का 5% सिक्योरिटी डिपाजिट भी लेना था जानकार सुत्र बताते हैं कि किसी से भी सिक्योरिटी डिपाॅजिट लिया ही नहीं गया है। अप्पन पार्टी नेता श्री राय ने कहा कि गौरतलब यह भी है कि 2024 लोक सभा चुनाव में बिहार की राजधानी पटना के चुनाव खर्च में 2019 के चुनाव की तुलना में मामूली वृद्धि हुई है, वहीं समस्तीपुर मे यह अंतर दोगुना से भी अधिक है। चुनाव आयोग को इस पर ध्यान देना चाहिए।

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