नशा का कारोबार व सेवन करने वाले गिरोहों को नियंत्रित करने में प्रशासन भी विफल – जिलाध्यक्ष
नशा का कारोबार व सेवन करने वाले गिरोहों को नियंत्रित करने में प्रशासन भी विफल – जिलाध्यक्ष
नशा मुक्ति जागरूकता को लेकर महानगर युवा राजद कार्यालय स्थित बैठक आयोजित

जे टी न्यूज, मधुबनी(विष्णुदेव सिंह यादव): नशा मुक्ति विशेष जागरूकता से जुड़ी अति संवेदनशील विषयों को लेकर एक बैठक युवा राजद महानगर के जिलाध्यक्ष राकेश नायक की अध्यक्षता में महानगर युवा राजद कार्यालय गंगवाड़ा स्थित संपन्न हुई।आयोजित बैठक में समाजसेवियों सहित अन्य लोगों को संबोधित करतें हुए जिलाध्यक्ष ने कहा कि बिहार में बगैर कोई ठोस तकनीक के लाए गए शराबबंदी कानून के बाद बढ रही नशे की लत से परेशान युवा वर्ग नशे के लिए तरह-तरह की घातक चीजें इस्तेमाल कर रहे हैं जिससे बड़ी संख्या में जीवनलीला भी समाप्त हो रही है। बिहार में गांजा, चरस, ड्रग्स के उपर बहुत पहले से ही प्रतिबंध लगा हुआ था पर जब से शराब पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा दिया गया, तभी से इन सभी मादक पदार्थों का सेवन अत्याधिक बढ़ गया है । नशे के लिए युवा वर्ग अब काफी आसान व सस्ते तरीके को अपना रहे हैं। इसके लिए वे इंजेक्शन और कफ सीरप का भी इस्तेेमाल कर रहे हैं। इंजेक्शन, कफ सीरप और जीवन रक्षक दवाएं इन्हें आसानी से उपलब्ध भी हो जा रहीं हैं। समाज में कई तरह के अपराध तो केवल नशे के कारण होते हैं।

कुछ लोग लूट-मार जैसी वारदातें केवल इसीलिए अंजाम देते हैं, ताकि नशीले पदार्थों की अपनी जरूरतें पूरी कर सकें। जिलाध्यक्ष नायक ने कहा कि किसी भी देश की तरक्की व विकास उस देश के लोगों और खासकर युवा शक्ति पर निर्भर करता है लेकिन देश का युवा ही नशे की ओर चल पड़े तो दिमाग में स्थिति स्वयं निर्मित हो जाती है कि देश का भविष्य किस प्रकार का होने वाला है। क्या ऐसी परिस्थितियों के बाद युवा देश को ‘विश्व गुरु’ बना पाएगा ? स्थिती ऐसी हैं कि नशा का कारोबार व सेवन करने वाले गिरोहों को नियंत्रित करने में प्रशासन भी पूरी तरह विफल हो चुकी हैं।

