अखिल भारतीय गन्ना किसान महासंघ की केन्द्रीय कार्यकारिणी की बैठक कर्नाटक के कलबुरागी में संपन्न

अखिल भारतीय गन्ना किसान महासंघ की केन्द्रीय कार्यकारिणी की बैठक कर्नाटक के कलबुरागी में संपन्न


जे टी न्यूज़, कलबुरागी : अखिल भारतीय गन्ना किसान महासंघ की केंद्रीय कार्यकारिणी की बैठक कर्नाटक के कलबुरागी में संपन्न हुई ।बैठक की अध्यक्षता का. डी रविंद्रन ने की ।बैठक में केंद्रीय प्रतिवेदन पेश करते हुए पुष्पेंद्र त्यागी ने कहा कि आज देश की मोदी सरकार घोर किसान विरोधी सरकार के रूप में सामने आई है। यह सरकार कृषि और किसानी को अंबानी और अडानी के हाथों में सौंप देना चाहती है ।इसलिए किसानों को किसी प्रकार की राहत खेती के लिए नहीं दी जा रही है ।उर्वरक पर मिलने वाले सब्सिडी समाप्त किया जा रहा है। बीज का दाम तेजी से बढ़ रहा है।बकाए का भुगतान भी नहीं दिया जा रहा है ।बैठक ने निर्णय लिया कि गन्ना का दाम 550 रुपए प्रति क्विंटल यानी 5500 रुपए प्रति टन के लिए संघर्ष किया जाय।2024 शुगर कंट्रोल एक्ट को वापस लिया जाय।चीनी मिलों द्वारा 7% से 17% तक किए गए कटौती को किसानों को दिया जाय।इसके लिए सभी राज्य के राजधानियों में प्रदर्शन किया जाय। अखिल भारतीय गन्ना किसान महासंघ ने निर्णय लिया है कि इस किसान विरोधी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए अभी जिन राज्यों में चुनाव हो रहे हैं ।उसमें भारतीय जनता पार्टी को भारी शिकस्त दिलाया जाए ।साथ ही नरेंद्र मोदी की सरकार को गद्दी से हटाने के लिए किसानों तथा मजदूरों का एकजुट आंदोलन चलाया जाए
केंद्रीय कार्यकारिणी की बैठक में प्रभुराज नारायण राव,बिहार,साधुशरण प्रसाद,यू पी , एन पालनिसामी,तमिलनाडु, एस वेल मारन, सी पेरुमल,तमिलनाडु,जयराज,तेलंगाना, रामबाबू ,गोपी,तेलंगाना,सूर्य नारायन, कारी अप्पा राव, भरथ राज,नागराज, सरनबसप्पा,कर्नाटक,उमेश देशमुख,दीपक लिपने,अमोल नायक,महाराष्ट्र,मुरारीलाल धाकड़,जगदीश पटेल बैठक में शामिल हुए।

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