जन मिथिला विकास पार्टी के सभी 10 समेत बिहार के 110 सीटों पर लड़ेगी आगामी विधानसभा चुनाव
जन मिथिला विकास पार्टी के सभी 10 समेत बिहार के 110 सीटों पर लड़ेगी आगामी विधानसभा चुनाव

जे टी न्यूज, मधुबनी(बिहारमिथिला और मैथिली की अस्मिता समेत उत्तर बिहार के मुद्दों पर संघर्ष करने वाली जन मिथिला विकास पार्टी आगामी बिहार विधानसभा चुनाव मजबूती से लड़ेगी। उक्त बातें पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राम सुफल यादव ने कही। बिहार में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी अभी से तैयारी कर रही है और सदस्यता अभियान के साथ ही सम्भावित प्रत्याशियों को चुनाव के लिए तैयारी और जनता के मुद्दों को लेकर संघर्ष करने का निर्देश दे दिया गया है। पार्टी का सदस्यता अभियान की शुरूआत करते हुए पार्टी के वरीय नेता राम सुफल यादव ने पार्टी का सदस्यता ग्रहण करने वालों के लिए मोबाइल नंबर सार्वजनिक किया है जो +91 98766 58494 है। पार्टी आगामी चुनाव में मधुबनी जिला के सभी 10 विधानसभा क्षेत्रों के साथ ही बिहार के, विशेषकर उत्तर बिहार के 16 जिलों की 110 विधानसभा क्षेत्रों में जमकर तैयारी कर रही है। पार्टी मुख्य रूप से किसानों की समस्याओं, मजदूरों का पलायन, अशिक्षा, बेरोजगारी के साथ ही मिथिला की अस्मिता जैसे मखाना से सम्बन्धित उद्योगों, मधुबनी चित्रकला, मैथिली भाषा का संवर्धन जैसे विषयों को मुद्दा बना रही है।

कौन हैं राम सुफल यादव?
मधुबनी जिला के जयनगर प्रखंड के डोरवार पंचायत अंतर्गत कमला नदी से सटे सिंगराही गाँव निवासी राम सुफल यादव किसान और समाजसेवी हैं, वे स्वयं भी पलायन को मजबूर रहे हैं और इसी कारण उनका जन्मस्थली मिथिला तो कर्मस्थली मिथिला के साथ ही चंडीगढ़(हरियाणा-पंजाब) रहा है। बाहर रहने के दौरान भी वे अपने गाँव, समाज, क्षेत्र और मिथिला को नहीं भूले और वर्ष में आधा समय मिथिला में गुजारते हैं और स्थानीय समस्याओं के समाधान के लिए संघर्ष करते हैं।
राम सुफल यादव मिथिला और मैथिली के गौरव के लिए प्रतिबद्ध रहे हैं। पहले वे मिथिलांचल मुक्ति मोर्चा से जुड़े हुए थे और मधुबनी जिला अध्यक्ष रहे हैं। वर्तमान में वे जन मिथिला विकास पार्टी के संस्थापक सदस्य और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। वे 2020 में बिहार विधानसभा चुनाव में खजौली क्षेत्र से जन मिथिला विकास पार्टी के प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़कर प्रभावित कर चुके हैं और संसाधनों के अभाव के बावजूद भी अच्छा समर्थन प्राप्त किये थे। वे 2014 में चंडीगढ़ नगर निगम का चुनाव भी लड़ चुके हैं। सोशल मीडिया के साथ ही जमीनी स्तर पर बेबाकी से अपनी बात रखते हैं और कार्य करते हैं। वे सामाजिक-धार्मिक कार्यों में भी सक्रिय रहते हैं और सिंगराही चौक पर स्थित तीनों मन्दिरों के 02 वर्षों तक लगातार अध्यक्ष रहे हैं। वे 2019 में बाढ़ पीड़ितों को आवास पुनर्वास राहत दिलाने के लिए धरना प्रदर्शन किये थे। वे जयनगर से चंडीगढ़ के लिए ट्रेन हेतु वरीय पदाधिकारियों को ज्ञापन दिये थे और जयनगर अनुमंडल अस्पताल शुरू करने हेतु चले धरने में 47 दिनों तक अन्य प्रदर्शनकारियों के साथ आंदोलन की सफलता तक बैठे रहे। दिल्ली के जंतर-मंतर पर मिथिला और मैथिली के लिए हर किसी संगठन को उनका समर्थन रहता है और वे शामिल भी होते रहे हैं। वे 2025 में विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं।
