बदल गया शेर ए बिहार लालू यादव का राष्ट्रीय जनता दल – आरके राय, ठेकेदारों माफियाओं ने बिगाड़ा माहौल, खतरे में है आम आदमी की प्रतिष्ठा, कमजोर पड़ रहा जनाधार

बदल गया शेर ए बिहार लालू यादव का राष्ट्रीय जनता दल – आरके राय, ठेकेदारों माफियाओं ने बिगाड़ा माहौल, खतरे में है आम आदमी की प्रतिष्ठा, कमजोर पड़ रहा जनाधार
जेटी न्यूज।

समस्तीपुर। हालिया 5 सालों में राष्ट्रीय जनता दल पूरी तरह बदल गया प्रतीत होता है, यानि कि आज का राष्ट्रीय जनता दल शेरे बिहार लालू प्रसाद यादव के सपनो का राष्ट्रीय जनता दल नहीं रहा। राजद के धुर समर्थक रहे अप्पन पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव आरके राय ने उक्त बातें कहख है। उन्होंने संवाददाता से अनौपचारिक बातचीत के दौरान कहा कि राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव अपने मुख्यमंत्रित्व काल से लेकर अपने रेल मंत्री के कार्य काल तक बिहार ही नहीं देश के एक-एक कार्यकर्ता को आंख के पुतली की तरह देखते थे। समाज के हर तबके के लोगों को सम्मान देते थे। परंतु उनके अस्वस्थ होने के बाद राष्ट्रीय जनता दल ठेकेदारों और माफियाओं के चंगुल में फंसता जा रहा है। जननायक कर्पूरी ठाकुर की धरती समस्तीपुर से विधानसभा और दो लोकसभा के सीट पर लुल्हा, लंगडा, कनहा को विधायक और सांसद बनाकर भेज दिया करते थे। मंच पर चुनावी सभा में ब्राह्मण आदि जातियों के खिलाफ कुछ भी बोल दें, मगर व्यवहार में उनका आदर करने से नहीं चूकते थे। उनके प्रभुत्व काल में जिला से प्रखंड अध्यक्ष तक समाज के सभी जाति धर्म के लोगों को पूरी इज्जत देते थे यही राजद के मजबूती का आधार था। कौन सा कारण है की जननायक की धरती पर लालू प्रसाद की ताकत कम हुई है? कभी किसी ने इस ओर ध्यान देने की जरूरत नहीं समझी। श्री राय ने कहा कि इसके पीछे कहीं ना कहीं पटना से प्रखंड अध्यक्ष की नियुक्ति में असमाजिक मानसिकता वालों को तवज्जो देना सबसे प्रमुख कारण है। ठेकेदारों माफियाओं ने माहौल बिगाड़ दिया, आज आम आदमी की प्रतिष्ठा खतरे में है, और यह एक बड़ा कारण है कि राजद का जनाधार कमजोर पड़ रहा है। समस्तीपुर के प्रभारी नारायण महतो के आगमन पर पत्रकार को दिए गए आमंत्रण में कहा गया कि सदस्यता अभियान पर बात की जाएगी। परंतु उनके द्वारा जिले के विभिन्न प्रखंडों से आए लोगों के साथ सदस्यता पर बात नहीं करने और अपने चहेते लोगों से मुखातिब होने से काफी नाराजगी देखी गई है। लोकसभा चुनाव में समस्तीपुर के दोनों सीट गंवाने के पीछे जातिवाद, भाजपा संबंधित लोगों को प्रखंड स्तर पर चयन किया जाना, प्रखंड अध्यक्षों के व्यवहार से उपजा असंतोष आदि प्रमुख कारण आज भी समर्पित कार्यकर्त्ताओं के जहन में गुंज रहे हैं। अधिकांश प्रखंड अध्यक्ष की नियुक्ति ठेकेदार भाजपा समर्थित लोग को प्रखंड अध्यक्ष की जिम्मेदारी दिया जाना ही लोकसभा चुनाव के हार का मुख्य कारण समस्तीपुर जिले में चर्चित रहा है। श्री राय ने कहा कि समय रहते संगठन को बारीकी से नहीं देखा गया तो आगामी विधानसभा चुनाव में चार नंबर की पार्टी बनकर राष्ट्रीय जनता दल राष्ट्रीय जनता दल रह जाएगी।

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