महामारी कोरोना के समय में किसान करें फसलों की देखभाल:- डॉ० सुनीता कुशवाहा।

जेटी न्यूज संवाददाता राजेश कुमार

खोदावंदपुर/बेगूसराय:- कृषि विज्ञान केंद्र खोदावंदपुर के वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान डॉ सुनीता कुशवाहा ने बताया कि आम एवं लीची के पौधों में अब फल लग गया है. टिकोला मटर के दाने के बराबर हो गया है.

ऐसे में किसान प्लानो फिक्स नामक दवा एक मिली प्रति 4 लीटर पानी में घोल कर छिड़काव करें. इससे टिकोला नीचे नहीं गिरेगा और मजबूती के साथ आम की टहनी के साथ लगा रहेगा. इसके साथ ही साथ किसान बगीचों में सिंचाई करें ताकि फल की वृद्धि अच्छी तरीके से हो सकेें.रस सूचक कीड़ों जैसे आम का मिलीबग यह सफेद रंग का कीड़ा होता है,

जो आम की टिकोला के पास जाकर उसकी टहनियों से चिपक कर रस चूसता है. इससे टिकोला कमजोर हो जाता है. और नीचे गिर जाता है. वहीं केंद्र के वैज्ञानिक डॉ विवेक कुमार खरे ने बताया की फलों में रस चूसने वाले कीड़ों का प्रकोप दिखे तो डाईमेथोएट या इमिडाक्लोप्रिड कीटनाशी से 1 मिली प्रति 2 लीटर पानी की दर से छिड़काव करें.

फफूंदीजनित बीमारियों की रोकथाम के लिये कार्बेंडाजिम एवं मैनकोज़ेब के घोल का प्रयोग किसान 3 ग्राम 1 लीटर पानी में घोलकर करें. इससे किसी भी प्रकार की फफूंद जनित बीमारी से पौधे को छुटकारा मिल जायेगा और आम का फल है पूर्ण रूप से स्वस्थ तैयार होगा. गेहूँ, अरहर, सरसों अनाज को भंडार में रखने से पहले भंडार घर की अच्छे से सफाई कर लें तथा अनाज को पर्याप्त सुखा लें. बोरियों को 5 प्रतिशत नीम तेल के घोल से उपचारित करें.

बोरियों को धूप में सुखाकर रखें, जिससे कीटों के अंडे तथा लारवें आदि नष्ट हो जायें. उन्होंनेे बताय कि बेलवाली सब्जियों में लाल भृंग कीट के आक्रमण की संभावना रहती है.यदि कीट की संख्या अधिक हो तो डाईक्लोरोवास 76 ईसी 1 ग्राम प्रति लीटर पानी की दर से छिड़काव करें.तथा बैंगन में प्ररोह एवं फल छेदक कीट की निरंतर निगरानी करें, बचाव के लिये ग्रसित फलों एवं प्ररोहों को इकट्ठा कर नष्ट कर दें. कीटों की संख्या अधिक होने पर स्पिनोसेड कीटनाशी 48 ईसी 1 मिली प्रति 4 लीटर पानी की दर से छिड़काव करें.

डॉ कुशवाहा ने बताया कि किसान आम में छिड़काव करते समय कोविड-19 बीमारी के संक्रमण से बचाव के लियेे मुंह पर मास्क अवश्य लगायें. इसके साथ ही सामाजिक दूरी लगभग 2 मीटर बनाकर रखें, ताकि संक्रमण किसी भी प्रकार से नहीं फैले. कम से कम लोगों के साथ इस कार्य को करें.उन्होंने बताया कि जिस उपकरण को एक व्यक्ति ने छुआ है,

उसको कोई दूसरा व्यक्ति ना छुयेें. आम के नये बगीचों में हल्दी एवं ऑल लगाने का अभी सही समय है. किसान राजेंद्र ओल एवं हल्दी में सुप्रभा, सुरुचि, सुगना जैसे वैरायटी को लगाकर अधिक उपज प्राप्त कर सकते हैं।

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