किसानों की समस्या पर ध्यान दें वैज्ञानिक: महेश्वर हजारी, कहा अप्रत्याशित जलवायु परिवर्तन वैश्विक समस्या
किसानों की समस्या पर ध्यान दें वैज्ञानिक: महेश्वर हजारी, कहा अप्रत्याशित जलवायु परिवर्तन वैश्विक समस्या
जेटी न्यूज।

पूसा । वैज्ञानिकों को क्षेत्रीय किसानों की कृषि से संबंधित समस्या को सुनकर उसी अनुरूप अनुसंधान करने की जरूरत है। वहीं जनप्रतिनिधियों का प्रथम दायित्व जनसमस्याओं को सुनना है इससे लोगों की परेशानी घटती है और समस्याओं का निबटारा हो जाने पर सुकून भरी नींद आती है। डाॅ राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय के क्रिडा क्षेत्र परिसर में आयोजित तीन दिवसीय किसान मेला के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए बिहार सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री महेश्वर हजारी ने उक्त बातें कही। उन्होंने कहा कि किसान जीवन भर देश हित में संघर्षरत रहते है। जबकि किसान पौराणिक काल से ही पूजनीय थे, है और सदैव रहेंगे। श्री हजारी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में जन जीवन हरियाली से ही प्रदूषणमुक्त समाज का निर्माण संभव है। इस दिशा में विवि के वैज्ञानिकों की मेहनत रंग लाने लगी है। आसन्न जल संकट से उबरने केलिए जल संचय की दिशा में कार्य करने की जरूरत है। श्री हजारी ने कहा कि अप्रत्याशित जलवायु परिवर्तन वैश्विक समस्या है। इस दिशा में बिहार सरकार के सहयोग से चलाए जा रहे जलवायु अनुकूल कृषि कार्यक्रम मील का पत्थर साबित हो रहा है। उन्होंने किसानों एवं वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए कहा कि समस्तीपुर की यह क्षेत्र एवं यहां की मिट्टी काफी उपजाऊ है। इसी कारण कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना यहां की गई। उन्होंने कहा कि किसानो की आय बढ़ने से ही देश का विकास हो सकता है, इसलिए देश के प्रधानमंत्री एवं बिहार के मुख्यमंत्री किसानो की आय को दुगनी करने की पुरजोर कोशिश कर रहे हैं। इसमें कृषि विश्वविद्यालय की जिम्मेदारी स्वतः बढ़ जाती है। मुझे खुशी है कि समय की आहट भांप कर जलवायु अनुकूल खेती की प्रयास विश्वविद्यालय कर रहा है। इसके लिए विश्वविद्यालय के कुलपति एवं वैज्ञानिक धन्यवाद के पात्र हैं जो भारत सरकार के मिशन को पूरा करने में दिन रात लगे हुए हैं।


