शिक्षा में ऐतिहासिक सुधार – रोहतास बना राज्य के लिए मिसाल
अब पंजीकृत निजी स्कूलों के ट्रांसफर सर्टिफिकेट पर नहीं लगेगा काउंटर साइन
शिक्षा में ऐतिहासिक सुधार – रोहतास बना राज्य के लिए मिसाल / अब पंजीकृत निजी स्कूलों के ट्रांसफर सर्टिफिकेट पर नहीं लगेगा काउंटर साइन
जे टी न्यूज, सासाराम (रोहतास) जिले ने बिहार के सभी 38 जिलों में शिक्षा के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक पहल करते हुए वह कार्य कर दिखाया है, जो वर्षों से पूरे बिहार में लंबित था। दिनांक 17 अप्रैल 2025 कोजिला शिक्षा पदाधिकारी श्री मदन कुमार राय द्वारा पत्र संख्या 1330 के माध्यम से सभी सरकारी विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को निर्देशित किया गया है कि पंजीकृत निजी विद्यालयों के द्वारा जारी किए गए ट्रांसफर सर्टिफिकेट (TC) पर अब किसी भी प्रकार का काउंटर साइन आवश्यक नहीं है। यह निर्णय निजी विद्यालयों के छात्र-छात्राओं के हित में लिया गया एक क्रांतिकारी कदम है, जिससे हजारों बच्चों और उनके अभिभावकों को बड़ी राहत मिलेगी। यह न केवल प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाएगा, बल्कि छात्र जीवन में अनावश्यक रुकावटों को समाप्त करेगा। जिला शिक्षा पदाधिकारी श्री मदन कुमार राय ने कहा की “शिक्षा एक संवेदनशील और मूलभूत अधिकार है। हमारी जिम्मेदारी है कि हम ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित करें जो छात्र हित में हो और उन्हें अनावश्यक प्रशासनिक उलझनों से मुक्त रखे। यह निर्णय उसी दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। मैं सभी प्रधानाचार्यों से अपील करता हूं कि वे इस आदेश का अक्षरशः पालन करें और छात्रों की सुविधा को प्राथमिकता दें।राष्ट्रीय संयुक्त सचिव (प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन) डॉ. एस. पी. वर्मा ने कहा है की “रोहतास जिले से शुरू हुई यह पहल पूरे राज्य के सभी 38 जिलों के लिए प्रेरणास्त्रोत बनेगी। यह निर्णय दिखाता है कि जब प्रशासन, स्कूल संगठन और समाज मिलकर कार्य करते हैं, तो किसी भी समस्या का समाधान संभव है। हम DEO श्री मदन कुमार राय जी के इस ऐतिहासिक कदम का स्वागत करते हैं। प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से उन्हें हार्दिक बधाई व आभार। हम अपेक्षा करते हैं कि अन्य जिले भी इसी तरह त्वरित और संवेदनशील निर्णय लेंगे।”
जिला अध्यक्ष रोहतास, श्री रोहित वर्मा ने कहा की “यह सिर्फ एक प्रशासनिक आदेश नहीं, बल्कि छात्रों के अधिकारों और शिक्षा की गरिमा को सम्मान देने वाला कदम है। जो कार्य वर्षों से पूरे बिहार में लंबित था, उसे रोहतास में कुछ ही समय में संभव बनाना हमारे साझा प्रयासों, अभिभावकों की आवाज़, और संगठन की एकजुटता का परिणाम है। मैं माननीय जिला शिक्षा पदाधिकारी श्री मदन कुमार राय जी का दिल से आभार प्रकट करता हूँ, जिन्होंने हमारी बातों को गंभीरता से लिया और छात्रों के भविष्य को प्राथमिकता दी। मैं सभी निजी स्कूलों, शिक्षकों, अभिभावकों और छात्रों को विश्वास दिलाता हूँ कि हम भविष्य में भी इसी प्रकार शिक्षा हित में काम करते रहेंगे। यह जीत हम सबकी है, और यह दिखाता है कि जब नेक नीयत और सही नेतृत्व साथ हों, तो कोई भी बदलाव असंभव नहीं होता।”यह आदेश अब रोहतास जिले में प्रभावी हो गया है और सभी सरकारी विद्यालयों को इसे पालन में लाना अनिवार्य है। यह न केवल सरकारी और निजी विद्यालयों के बीच समन्वय को सुदृढ़ करेगा, बल्कि छात्रों को उनकी शैक्षणिक यात्रा में बाधा रहित प्रगति का अवसर देगा।
यह निर्णय न केवल एक जिला प्रशासन की सफलता है, बल्कि बिहार के शिक्षा सुधार की दिशा में एक मजबूत नींव है।



