आरोप साबित हुआ निराधार डीएम के क्लीनचिट के बाद फिर से केंद्राधीक्षक बहाल हुए प्रो. मो. रहमतुल्लाह

आरोप साबित हुआ निराधार डीएम के क्लीनचिट के बाद फिर से केंद्राधीक्षक बहाल हुए प्रो. मो. रहमतुल्लाहजे टी न्यूज, दरभंगा:-* विगत 4 मई 2025 को आयोजित नीट परीक्षा के दौरान महारानी कल्याणी महाविद्यालय, लहेरियासराय, दरभंगा परीक्षा केंद्र पर कदाचार की सूचना मिलने पर प्रशासनिक महकमा में हड़कंप मच गया और जिलाधिकारी राजीव रौशन सहित पूरा प्रशासनिक महकमा दल-बल के साथ महाविद्यालय पहुंच कर जांच शुरू किया। इस दौरान महाविद्यालय के प्रधानाचार्य सह केंद्राधीक्षक प्रो. मो. रहमतुल्लाह को कदाचार में संलिप्त होने की सूचना के मद्देनजर एहतियातन तत्काल प्रभाव से हटाते हुए उन्हें उक्त परीक्षा के साथ ही भविष्य में आयोजित होनेवाली किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में केंद्राधीक्षक के रूप में कार्य करने से वंचित कर दिया गया था और उन पर लगाये गये आरोपों की सम्यक् जॉच हेतु 10 मई 2025 को अपर समाहर्ता, दरभंगा की अध्यक्षता में त्रि-सदस्यीय कमिटी का गठन किया गया।
त्रि-सदस्यीय कमिटी द्वारा 30 मई 2025 को जांच कर अनुमंडल पदाधिकारी, सदर, दरभंगा को जाँच प्रतिवेदन समर्पित किया गया है, जिसके अनुसार “स्थलीय जाँच एवं डॉ. मो. रहमतुल्लाह, प्रधानाचार्य द्वारा दिये गये वक्तव्य के आधार पर नीट (यूजी) परीक्षा 2025 में उनके द्वारा किसी भी प्रकार का कदाचार होने का प्रमाण नहीं मिला एवं परीक्षा से पूर्व ही उन्हें केन्द्राधीक्षक के प्रभार से मुक्त किये जाने से स्पष्ट है कि डॉ. मो. रहमतुल्लाह, प्रधानाचार्य, महारानी कल्याणी महाविद्यालय, लहेरियासराय द्वारा नीट (यूजी) परीक्षा में किसी प्रकार का कदाचार प्रतिवेदित नहीं है।” तदालोक, त्रि-सदस्यीय कमिटी द्वारा प्रधानाचार्य के विरूद्ध भविष्य में आयोजित होने वाली किसी भी प्रतियोगिता परीक्षा में केन्द्राधीक्षक के रूप में कार्य करने संबंधी वंचित करने वाले आदेश को मुक्त करने की अनुशंसा की गयी, जिसके आलोक में सम्यक विचारोपरान्त डॉ. मो. रहमतुल्लाह, प्रधानाचार्य, महारानी कल्याणी महाविद्यालय, लहेरियासराय, दरभंगा के “भविष्य में आयोजित होने वाली किसी भी प्रतियोगिता परीक्षा में केन्द्राधीक्षक के रूप में कार्य करने से वंचित करने संबंधी आदेश को तत्काल प्रभाव से खत्म कर दिया गया।
इस बाबत जब मीडियाकर्मियों की टीम ने डॉ. मो. रहमतुल्लाह से मिलने पहुंचा तो वो भावुक हो उठे और उन्होंने बस इतना कहा कि लगे हुए निराधार और बेबुनियाद आरोपों का दर्द मैंने बीते 27 दिनों तक कैसे झेला है, ये बस मेरा दिल जानता है। महारानी कल्याणी महाविद्यालय परिवार जहां शिक्षकों से लेकर शिक्षकेत्तर कर्मियों तक सब मिलकर सदैव टीम वर्क बनाकर महाविद्यालय के सतत विकास की दिशा में कार्य करती है, वो सब निराश और हताश हो चुके थे। आज मेरे साथ-साथ फिर से सबों में एक नयी जान और उत्साह आ गयी है। निराधार व बेबुनियाद आरोप लगाना आसान है लेकिन इसे साबित करने के लिये मौखिक नहीं बल्कि साक्ष्य की जरूरत होती है और साक्ष्य ने आज साबित कर दिया है कि अल्लाह के घर देर हो सकती है लेकिन अंधेर नहीं। सत्य परेशान हो सकता है लेकिन पराजित नहीं।

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