मोबाइल से दूरी बनाइए, अपनों से नज़दीकी बढ़ाइए

मोबाइल से दूरी बनाइए, अपनों से नज़दीकी बढ़ाइए

जे टी न्यूज, समस्तीपुर/विशेष रिपोर्ट:
आज के डिजिटल युग में मोबाइल फोन हमारे जीवन का एक अहम हिस्सा बन गया है। काम, पढ़ाई, मनोरंजन – सब कुछ मोबाइल पर निर्भर हो गया है। लेकिन इसी मोबाइल ने परिवार के बीच एक अदृश्य दीवार खड़ी कर दी है।

एक ही घर में रहते हुए लोग एक-दूसरे से बातें नहीं करते, बच्चे माता-पिता से दूरी बना रहे हैं, बुज़ुर्ग अपनों की बातों को तरस रहे हैं। जहां पहले परिवार में एक साथ बैठकर भोजन करना, बातचीत करना सामान्य बात थी, वहीं अब हर कोई मोबाइल स्क्रीन में डूबा रहता है।

👉 सोच में बदलाव ज़रूरी है
आज ज़रूरत है कि हम अपनी सोच को बदले। तकनीक का इस्तेमाल ज़रूर करें, लेकिन अपनी प्राथमिकता परिवार को बनाएं। बच्चों को समय दें, बुज़ुर्गों की बात सुनें, और घर में मिल बैठकर बिताए कुछ पल रिश्तों को मज़बूत बना सकते हैं।

📌 निष्कर्ष:
मोबाइल जीवन का हिस्सा हो सकता है, लेकिन पूरा जीवन नहीं।
थोड़ी दूरी मोबाइल से और थोड़ी नज़दीकी अपनों से – यही समय की मांग है।

🖊 – राहुल रसीला

Related Articles

Back to top button