बिहार में बदलाव के संकल्प के साथ भाकपा-माले की बदलो बिहार यात्रा संपन्न
बिहार में बदलाव के संकल्प के साथ भाकपा-माले की बदलो बिहार यात्रा संपन्न
जे टी न्यूज, पटना:
विगत 18 जून से बदलो सरकार-बदलो बिहार के नारे के तहत चल रही भाकपा-माले की बदलो बिहार यात्रा आज संपन्न हो गई. पटना के जीपीओ गोलंबर पर समापन सभा में यात्री दल के नेताओं के अलावा माले महासचिव का. दीपंकर भट्टाचार्य, पार्टी विधायक दल के नेता का. महबूब आलम, केडी यादव, अमर, सरोज चैबे सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेतागण शामिल हुए. यात्रा का नेतृत्व काराकाट सांसद राजाराम सिंह, अरवल विधायक महानंद सिंह, घोषी विधायक रामबली सिंह यादव, फुलवारी विधायक का. गोपाल रविदास, पालीगंज विधायक का. संदीप सौरभ, ऐपवा नेता रीता वर्णवाल, माधुरी गुप्ता, वंदना प्रभा, मुनारिक राम सहित पार्टी के वरिष्ठ नेतागण कर हरे थे.
जीपीओ गोलंबर में अपने संबोधन में का. दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि इंडिया गठबंधन की सरकार में आते ही सरकार न्यूनतम 1500 रु. सामाजिक सुरक्षा पेंशन देगी. एनडीए सरकार को 400रु. से 1100 रु. करने में 20 वर्ष लग गए. महिलाओं को 2500रु. महिला सम्मान राशि दिया जाएगा.सरकार ने वक्फ बोर्ड की जमीनों पर हस्तक्षेप शुरू किया है। वक्फ के बाद चर्च, गुरुद्वारों पर सरकारी दखल होगा. यह धार्मिक स्वतंत्रता के संवैधानिक अधिकार पर हमला है। नई शिक्षा नीति के नाम पर स्कूल बंद किए जा रहे हैं। यह संविधान के उस मूल भाव के खिलाफ है जिसमें सभी को समान और निशुल्क शिक्षा का अधिकार दिया गया है।26 जून 1975 को घोषित आपातकाल के बाद जनता ने लड़ाई लड़ी थी. इंदिरा गांधी को हार स्वीकार करनी पड़ी। लेकिन आज देश में अघोषित आपातकाल है – सरकारी मशीनरी का खुलेआम दुरुपयोग हो रहा है। जीविका कर्मियों से लेकर पंचायत सचिव तक को रैलियों में झोंका जा रहा है। चुनाव आयोग को शिकायत देने पर भी कोई सुनवाई नहीं हो रही। बिहार में चुनाव के ठीक पहले 8 करोड़ मतदाताओं से उनकी नागरिकता के सबूत मांगे जा रहे हैं – माता-पिता के जन्म प्रमाण पत्र तक की माँग की जा रही है। कितनों के पास ऐसे कागज हैं? बरसात के मौसम में यह कवायद सिर्फ वोटर लिस्ट से नाम काटने की साजिश है।
बिहार में मजदूरी सबसे कम -ताकि मजदूर बाहर जाएं, सस्ते मजदूर बनें।
दिल्ली में “जहां झुग्गी वहीं मकान” का वादा कर भाजपा झुग्गियों पर बुलडोजर चला रही है. वे बिहार के प्रवासी मजदूर ही तो हैं.
हवाई अड्डों से लेकर रेल तक अदानी-अंबानी को सौंपे जा रहे हैं। सुरक्षा के नाम पर विफलता – हालिया हवाई दुर्घटनाओं में सैकड़ों जानें गईं।
यह चुनाव सिर्फ सरकार बदलने का नहीं, लोकतंत्र और संविधान बचाने का चुनाव है।
किसान, मजदूर, महिलाएं, युवा – सभी सड़कों पर हैं। 9 जुलाई की हड़ताल इस संघर्ष का निर्णायक पड़ाव होगी।
26 जून को माले की यात्रा की झलकियां
भाकपा-माले द्वारा चलाए जा रहे ष्बदलो सरकार, बदलो बिहारष् न्याय यात्रा ने आज पुनपुन के नीमा गांव में रात्रि विश्राम के बाद यात्रा का अगला चरण प्रारंभ किया। पुनपुन से बग्गा रोड होते हुए यात्रा फुलवारीशरीफ के गंज पहुंची, जहां प्रखंड अध्यक्ष गुरुदेव दास के नेतृत्व में यात्रा टीम का भव्य स्वागत किया गया। फूल-मालाओं से यात्रा में शामिल सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं का सम्मान किया गया।
गंज में आयोजित सभा का संचालन गुरुदेव दास ने किया। सभा को संबोधित करते हुए अरवल के विधायक ने सरकार की विफलताओं पर प्रकाश डाला। इसके बाद काराकाट के सांसद राजाराम सिंह ने कहा कि डबल इंजन सरकार फुलवारीशरीफ विधानसभा क्षेत्र में हिन्दू-मुस्लिम संघर्ष भड़काना चाहती है। उन्होंने आरोप लगाया कि फुलवारीशरीफ को ष्आतंक का अड्डाष् बताकर बदनाम किया गया, जिसका विधायक गोपाल रविदास ने डटकर मुकाबला किया और प्रशासन को पीछे हटना पड़ा।
यात्रा कुरकुरी, ईशोपुर, चितकोहरा होते हुए अनीसाबाद व बेऊर मोड़ पहुंची, जहाँ स्थानीय जनता और कार्यकर्ताओं ने माला पहनाकर यात्रा का स्वागत किया। बेऊर मोड़ पर जनसभा को संबोधित करते हुए सांसद राजाराम सिंह ने कहा कि फुलवारीशरीफ को ऐसे ही विधायक की जरूरत है, जो जनता की आवाज को विधानसभा से लेकर सड़क तक बुलंद करे। उन्होंने कहा कि गोपाल रविदास ने आतंकवाद के झूठे आरोपों को ध्वस्त कर फुलवारी को बदनाम होने से बचाया है।
इसके बाद यात्रा सिपारा पुल होते हुए बाईपास के रास्ते चांगर (कंकड़बाग) पहुंची, जहाँ सचिव पन्ना जी के नेतृत्व में स्वागत और एक छोटी सभा आयोजित की गई। सभा में पार्टी नेत्री अनीता जी मुख्य वक्ता रहीं।
यात्रा का अंतिम पड़ाव था – फुलवारीशरीफ विधानसभा का जगनपुरा। यहाँ पटना महानगर सचिव अभ्युदय और पन्ना लाल के नेतृत्व में सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं का गर्मजोशी से स्वागत किया गया। इसके उपरांत एक विशाल जनसभा का आयोजन हुआ, जिसमें भाकपा-माले महासचिव का. दीपंकर भट्टाचार्य मुख्य अतिथि रहे। सभा का संचालन स्थानीय विधायक गोपाल रविदास ने किया।
विधायक गोपाल रविदास ने सभा में कहा कि हमने फुलवारी में विकास की नई इबारत लिखी है, जो वर्षों से उपेक्षित था। उन्होंने बताया कि अभी बहुत कुछ करना शेष है। उन्होंने जनता से अपील की कि मौजूदा जनविरोधी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए इस अभियान को घर-घर तक पहुँचाएं।
मगध जोन की यह यात्रा 18 जून से 26 जून तक चली, जिसका नेतृत्व भाकपा-माले पटना जिला सचिव सह मगध प्रभारी कामरेड अमर ने किया। यात्रा रोहतास, औरंगाबाद, गया, अरवल, जहानाबाद, पालीगंज, विक्रम होते हुए पटना पहुँची। ग्रामीण क्षेत्रों में व्यापक जनसमर्थन मिला और जनता ने सरकार के खिलाफ खुलकर आक्रोश व्यक्त किया।
सभा में दीपंकर भट्टाचार्य ने भाजपा सरकार द्वारा चुनाव से पहले पहचान पत्र (वोटर लिस्ट) दोबारा बनवाने की योजना पर सवाल उठाते हुए इसे चुनावी साजिश करार दिया। उन्होंने दावा किया कि जनता अब सच्चाई जान चुकी है और आगामी चुनाव में भाजपा को करारा जवाब देगी।
सभा में प्रमुख रूप से उपस्थित नेता
काराकाट सांसद राजाराम सिंह, फुलवारीशरीफ विधायक गोपाल रविदास, घोसी विधायक रामबली सिंह यादव, अरवल विधायक महानंद सिंह, पटना जिला सचिव कामरेड अमर, फुलवारी प्रखंड अध्यक्ष गुरुदेव दास, महानगर महासचिव अभ्युदय, कामरेड पन्ना जी, पार्टी नेता कमलेश, एप्वा नेत्री रीता वर्णवाल, माधुरी, गुप्ता, अमीषा कुमारी, वंदना प्रभा, पूर्व मुखिया आशा देवी, भोला दास, शरीफ मांझी, अयोध्या जी, सत्यानंद कुमार एवं अन्य कई माले कार्यकर्ता व स्थानीय नागरिक शामिल रहे।
पटना शहर में इसके पहले कई स्थानों पर सभाओं का आयोजन आयुर्वेद शो हुआ।


