*कारपोरेट एवं नफरत को हटाने ,एम एस पी की कानूनी गारंटी तथा जमीन बचाने के आह्वान के साथ सी के सी बैठक गर्मजोशी के साथ समाप्त*

*कारपोरेट एवं नफरत को हटाने ,एम एस पी की कानूनी गारंटी तथा जमीन बचाने के आह्वान के साथ सी के सी बैठक गर्मजोशी के साथ समाप्त*


कन्नूर,केरल। किसानों की जमीनों को जबरन छीनने वाली, नफरत का माहौल पूरे देश में बनाने वाली ,बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की संविधान को समाप्त करने वाली मोदी सरकार को परास्त करने के नारों के साथ अखिल भारतीय किसान सभा की केंद्रीय किसान कमेटी की बैठक गर्म जोशी के साथ कन्नूर में समाप्त हुआ।
अपने भाषण में अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव बीजू कृष्णन ने कहा कि किसानों को लूटने वाली , कारपोरेट को किसानों की जमीनों को छीन कर देने वाली, देश के अंदर आपसी भाईचारा को समाप्त करने वाली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के विरुद्ध व्यापक आंदोलन खड़ा करना होगा ।

उन्होंने कहा कि देश के किसान नरेंद्र मोदी के किसान विरोधी नीतियों को समझ चुके हैं और अब वे अपनी जमीन को कॉर्पोरेट के हाथों कभी नहीं देने देंगे ।
उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक 13 महीने तक चलने वाली किसान आंदोलन से भयभीत होकर नरेंद्र मोदी ने जिस तरीके से तीनों कृषि कानूनों को वापस लिया था।यह सब जानते हैं।आज सड़क के नाम पर ,कोल्ड स्टोरेज ,गोदाम के नाम पर ,पेट्रोल पंप के नाम पर बड़े पैमाने पर किसानों के जमीनों का अधिग्रहण किया जा रहा है। यानी कि दूसरे तरीके से अंबानी अदानी जैसे कॉर्पोरेट लोगों के हाथों में किसानों की जमीनों को दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जरूरत है कि विधानसभा चुनाव में डबल इंजन की सरकारों को परास्त किया जाए और नरेंद्र मोदी की सरकार को कमजोर किया जाए ।तभी हम अपने देश की संविधान को बचा सकते हैं ।
अब यह स्पष्ट हो चुका है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सत्ता सुख के लिए देश की सारी संपत्ति को ,बल्कि पूरे देश को गिरवी रख देंगे ।उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा को और मजबूत बनाना होगा और पूरे देश में मोदी सरकार की किसान विरोधी करतूतों को बतलाना होगा।


दिल्ली की 13 महीने का किसान आंदोलन हमें रास्ता दिखला दिया है की एकता हमारी चट्टानी हो तो बड़ी से बड़ी शक्तियां भी नतमस्तक हो जाती है।
उन्होंने कहा कि जनवरी माह में किसानों का सांगठनिक सम्मेलन करेंगे और संगठन के ढांचे को मजबूत बनाएंगे ।इस अवसर पर किसान नेता तथा राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक ढवले ,हनान मौला ,एम विजय कुमार ,विप्लव मजूमदार ,पवित्र कार , मुकुट सिंह,इंद्रजीत सिंह , बादल सरोज,अवधेश कुमार, विनोद कुमार ,प्रभुराज नारायण राव ,सुरजीत सिंहा, अखिलेश यादव ,बलजीत सिंह ग्रेवाल, आदि ने भी अपने विचारों को रखा।

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