निर्मली निवासी अधिवक्ता रामलखन प्रसाद को मिली अहम जिम्मेदारी

कहा, भरोसे को विश्वास में बदलना ही मेरा संकल्प

निर्मली निवासी अधिवक्ता रामलखन प्रसाद को मिली अहम जिम्मेदारी

कहा, भरोसे को विश्वास में बदलना ही मेरा संकल्प

 

 

जे टी न्यूज, निर्मली, सुपौल:
सुपौल जिले के निर्मली अनुमंडल न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता एवं फॉर्मर प्रेसिडेंट बार एसोसिएशन, निर्मली के रामलखन प्रसाद यादव को अखिल भारतीय अधिवक्ता कल्याण समिति द्वारा नई जिम्मेदारी सौंपी गई है। समिति ने अधिवक्ताओं के कल्याण एवं सामाजिक कार्यों में उनके सक्रिय योगदान को देखते हुए कोसी प्रमंडल सहरसा के अध्यक्ष पद पर मनोनीत कर अधिवक्ताओं के कल्याणार्थ यह दायित्व प्रदान किया है। इस संबंध में समिति की ओर से आधिकारिक दायित्व प्रमाण पत्र जारी किया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार,अधिवक्ता रामलखन प्रसाद को यह दायित्व समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा संवैधानिक नियमावली एवं प्रस्ताव सं.06 के तहत प्रदान किया गया है। समिति ने उनके पूर्व के कार्यों, समाजसेवा में सक्रिय भागीदारी, और अधिवक्ता हित में किए गए प्रयासों को सराहा है।
जिसको लेकर अधिवक्ता रामलखन प्रसाद ने कहा की मुझे जो भी जिम्मेदारी दी गई है, उसे निभाना मेरे लिए सम्मान और कर्तव्य दोनों है। मैं विश्वास दिलाता हूँ कि समिति द्वारा मुझ पर जैसा भरोसा किया गया है, उसे विश्वास में बदलने के लिए मैं हर संभव प्रयास करूँगा। समाज और अधिवक्ता वर्ग के कल्याण हेतु अपने कर्तव्यों का पूर्ण निष्ठा से पालन करूँगा।
उन्होंने आगे कहा कि अधिवक्ता समाज और न्याय व्यवस्था की रीढ़ है और अधिवक्ताओं के कल्याण के बिना समाज में न्यायिक सशक्तिकरण संभव नहीं है। उन्होंने सभी साथियों से सहयोग और एकजुटता की अपील की।


जिसको लेकर समिति के पदाधिकारियों ने उनके योगदान की सराहना करते हुए शुभकामनाएँ दी। जिला अंतर्गत अधिवक्ताओं में इस नियुक्ति से उत्साह और गर्व का माहौल देखा जा रहा है। ज्ञात हो की निर्मली निवासी रामलखन प्रसाद यादव को मिली उक्त दायित्व से निर्मली क्षेत्र के अधिवक्ताओं के लिए भी गौरव की बात है, जिसने न्याय और समाज सेवा के क्षेत्र में एक नई प्रेरणा स्थापित की है। निर्मली के अधिवक्ताओं में विजय कुमार साहू, वीरेंद्र कुमार विमल -2, विकास कुमार, गुलाब चंद यादव, महेश्वरी प्रसाद यादव, परमानंद सिंह, राजदेव प्रसाद यादव, विजय कुमार पंजियार, मुकेश कुमार नाहर आदि ने कहा है कि उनके ही कुशल मार्गदर्शन के कारण निर्मली विधिज्ञ संघ फल फूल रहा है साथ ही सभी अधिवक्ताओं और प्रबुद्ध नागरिकों के सहयोग से इन्होंने निर्मली अनुमंडल मुख्यालय में अनुमंडल स्तरीय व्यवहार न्यायालय की स्थापना के लिए माननीय हाई कोर्ट में CWJC 16148/ 2016 एवं MJC 1235 / 2022 दायर किया था जिसका फलाफल न्यायालय भवन निर्माण कार्य देखने से मिल रहा है।

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