स्वच्छ एवं निष्पक्ष पत्रकारिता के प्रति प्रतिबद्ध रहें मीडियाकर्मी – रजनीश राय, राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर बढती गलत सूचना की प्रवृति के बीच प्रेस के विश्वसनीयता की रक्षा विषय पर परिचर्चा आयोजित
स्वच्छ एवं निष्पक्ष पत्रकारिता के प्रति प्रतिबद्ध रहें मीडियाकर्मी – रजनीश राय, राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर बढती गलत सूचना की प्रवृति के बीच प्रेस के विश्वसनीयता की रक्षा विषय पर परिचर्चा आयोजित

समस्तीपुर। सोशल मीडिया के इस दौर में जब हर हाथ में कैमरा युक्त मोबाईल है, ऐसे में हर कोई खुद को पत्रकार साबित करने में लगा है। इस दौर में गलत सूचना से बचते हुए पत्रकारिता के धर्म और पत्रकारिता की गरिमा को बचाना सबसे बडी चुनौती है।
रविवार को शहर के अतिथि गृह सभागार मे सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर आयोजित बढती गलत सूचना की प्रवृति के बीच प्रेस के विश्वसनीयता की रक्षा विषय पर एक परिचर्चा के दौरान जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी रजनीश कुमार राय ने उक्त बातें कही। उन्होंने कहा कि समाज, प्रशासन और सरकार के प्रति महती जिम्मेदारी को महसूस करने की जरूरत है। पत्रकारों एवं मीडिया जगत से जुड़े सभी लोगों को फेक न्यूज एवं गलत सूचनाओं के प्रसार से बचना चाहिए।

उक्त परिचर्चा की अध्यक्षता और संचालन करते हुए श्री राय ने कहा कि आज तो सभी विभागों के पदाधिकारी फोन पर उपलब्ध हैं ऐसे में एक पक्षीय खबर से बचने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मेरा मतलब यह बिलकुल नहीं है कि आम प्रशासन के विरूद्ध खबर नहीं लिखें, प्रशासन की कमियों को उजागर करने का अपना धर्म निभायें मगर प्रशासन का पक्ष भी लिखें।
श्री राय ने कहा कि पत्रकारिता का आज के दौर मे काफी महत्व है। राष्ट्रीय प्रेस दिवस पत्रकारिता के प्रति ईमानदारी, जिम्मेदारी और नैतिक रिपोर्टिंग के प्रति प्रतिबद्धता की याद दिलाता है।
वहीं परिचर्चा को संबोधित करते हुए बिहार श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के समस्तीपुर इकाई के जिलाध्यक्ष सह पत्रकार कृष्ण कुमार, वरिष्ठ पत्रकार आर. कौशलेन्द्र, राज कुमार राय, डाॅ संजय कुमार राजा एवं सुनील कुमार ने ब्रेकिंग की होड से दूर रहने और स्वच्छ पत्रकारिता के प्रति ईमानदारी से काम करने की प्रवृति विकसित करने का आह्वान करते हुए कहा कि,

लोकतंत्र मे मीडिया को चैथा स्तंभ बेवजह नहीं माना जाता है। हम सभी मीडियाकर्मियों का दायित्व है कि हम चैथा और मिड्ल स्तंभ बनें, और हम इतने मजबूत हों कि लोकतंत्र के तीन स्तंभ यदि कमजोर पडे तो भी लोकतंत्र को आंच नही आये। पत्रकारिता एक जिम्मेदारी भरी सेवा है। इसलिए आज हम समाज की जुबान, प्रशासन की आंखें और सरकार केलिए आईना बन कर समाज के प्रति अपना दायित्व निभाने का संकल्प लें।
पत्रकारों ने कहा कि लोकतंत्र की मजबूती एवं विकास का एक शक्तिशाली उपकरण पत्रकारिता भी है, प्रेस को पूर्वाग्रह से मुक्त होकर काम करना चाहिए। इस परिचर्चा मे वरिष्ठ पत्रकार उमेश कुमार मिश्रा, जहांगीर आलम, मोहन कुमार मंगलम, मो. फिरोज आलम उर्फ झून्नू बाबा, अभिनव कुमार, अभिषेक कुमार, मो. खुर्शीद आलम, श्याम कुमार, गुलाम ताजवर, राम बालक राय और मो. अफजल समेत कई मीडिया कर्मी मौजूद थे।

